सरायकेला- खरसावां : जिले के चांडिल स्थित करीब डेढ़ करोड़ की लागत से बने बाइपास सड़क तीन माह भी नहीं टिकी। तीन माह के भीतर ही बाइपास सड़क जगह- जगह टूट गई है। यह सड़क अनियमितता का शिकार हो गई है। निर्माण के तीन माह में ही इस सड़क का दम फूलने लगा है। चांडिल रेलवे फाटक संख्या एक और दो के बीच बने यह बाइपास आवागमन के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण है। रेलवे ने फाटक संख्या दो को बंद करने के बाद लोगों के आवागमन के लिए बाइपास का
निर्माण कराया है।लेकिन यह सड़क तीन माह में ही जगह जगह धंस गई है। जबकि यह बाइपास सड़क एनएच 32 को एनएच 33 से जोड़ती है। इसी बाइपास से वाहन जमशेदपुर से बोकारो और धनबाद जैसे औद्योगिक शहर जाती है। बरसात के पहले इस सड़क की मरम्मती नहीं होती है तो आने वाले समय मे लोगो के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।