चाईबासा : कुपोषण के लिए देशभर में विख्यात झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिला में कुपोषण मिटाने के लिए एक नया अभियान शुरू हो गया है। इस अभियान की शुरुआत करते हुए पश्चिम सिंहभूम के खुंटपानी प्रखंड के बड़ाचीरू गांव में कुपोषण उपचार अस्पताल के रूप में पोषण अनुसंधान व प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया गया है। कुपोषण दूर भगाने के लिए बनाया गया यह अस्पताल राज्य का सबसे पहला अस्पताल है। इस अस्पताल का उद्घाटन राज्य की काबिना मंत्री जोबा
मांझी ने किया। मौके पर खरसावाँ के विधायक दशरथ गागराई भी मौजूद थे। 100 बेडेड इस अस्पताल में एक साथ 100 कुपोषित बच्चों का ईलाज संभव हो पायेगा। इसके जरिये कुपोषण के कुचक्र से बच्चे बाहर आयेंगे और स्वस्थ जीवन जीने का उन्हें हक मिलेगा। यही नहीं जो भी माताएं यहाँ बच्चों के साथ आयेंगी उन्हें भी कुपोषित बच्चों को स्वस्थ करने की विधि मुफ्त में बतायी जाएगी ताकि वे अपने आस-पड़ोस की ऐसी कुपोषण की समस्याओं को खुद से दूर कर सकें। मौके पर मौजूद यूनिसेफ़ की कुपोषण विशेषज्ञ डॉ. पितु मिश्रा ने कहा की कुपोषण दूर भगाने के लिए बनाया गया यह अस्पताल राज्य को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में मिल का पत्थर साबित हो सकता है। वहीं सहायक समाहर्ता मो. जावेद हुसैन ने कहा की जिला उपायुक्त अरवा राजकमल के दिशा निर्देशन में कुपोषण को दूर भगाने के लिए केंद्र की स्थापना की गयी है। इस केंद्र के खुलने से उम्मीद बढ़ी है की कुपोषण के खिलाफ अभियान सफल होगा। मंत्री जोबा मांझी ने कहा की कुपोषण को दूर भगाने के लिए सरकार महज एक सहायक बन सकती है, लेकिन इसके खिलाफ असली जंग खुद ग्रामीणों को लड़नी होगी। ग्रामीणों को जागरूक होना होगा ताकि उनके बच्चे कुपोषण का शिकार न हो।