पूर्वी सिंहभूम : नारदा पंचायत के ढेगाम में 2017 को ग्रामीणों द्वारा ग्राम सभा के माध्यम से बिरसा ट्राईबल स्कूल का संचालन सरकारी भवन में किया जा रहा था. इस की शिकायत कुछ लोगों ने पोटका बीडीओ से की थी. पोटका बीडीओ अरुण कुमार मुंडा जांच के पाया कि निजी विद्यालय सरकारी भवन में संचालित हो रहा है. इसके बाद 21 दिसंबर पत्र जारी कर एक सप्ताह के भीतर खाली करने का आदेश दिया था.
नाराज हैं गांव के लोग
पत्र मिलने के बाद गांव के लोग खासा नाराज हैं. इसी क्रम में गांव पिंटू सरदार, बासु सरदार, फोटो सरदार, राय सिंह सरदार, सूरज भगत, नरेंद्र सरदार, गुरबा लोहार, शिशु सरदार, रमेश सरदार, रामचंद्र सरदार, सागर सरदार, कचना सबर, सुधीर सरदार, तुलसी सरदार, नारायण सरदार, आतीसन सरदार, चितरंजन सरदार आदि गांव के लोग पोटका बीडीओ के माध्यम से उपायुक्त को मांगपत्र सौपा है.
क्या कह रहे हैं गांव के लोग
पत्र में कहा गया है कि हमारा गांव सुदूर बिहड़ और आदिवासी बहुल क्षेत्र में है. एक समय यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित था. अधिकांश लोग शहर की ओर पलायन कर गए हैं. साथ ही यहाँ काफी गरीब लोग निवास करते हैं. सरकारी विद्यालय में शिक्षक नहीं आने और पढ़ाई की व्यवस्था ठीक नहीं रहने के कारण हम सबों ने निर्णय लेते हुए बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए एक पहल की थी. मगर बीडीओ द्वारा एक आदेश जारी किए जाने से विद्यालय के वर्ग 1 से 7 तक के 145 छात्र-छात्राओं में पढ़ाई बाधित होने की संभावना ग्रामीणों ने जताई है. से उन्होंने मांग की है कि हम सब श्रमदान कर जर्जर सरकारी भवन को बच्चों के पढ़ने लायक बनवाया है. इस भवन को बच्चों के पठन-पाठन के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाए. यहां बच्चों का निःशुल्क शिक्षा दी जाती है.