जमशेदपुर।
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी और भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा शोध लेखन प्रतियोगिता ‘सुभाष-स्वराज-सरकार’ का आयोजन किया गया है। यूनिवर्सिटी में हुए इस कार्यक्रम में माननीया कुलपति प्रो. (डॉ) अंजिला गुप्ता ने मुख्य संबोधन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस से आधुनिक संदर्भ को जोड़ते हुए शोध लेखन का महत्व बताया।
उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत कार्यक्रमों की श्रृंखला को आगे बढ़ा रहा हैं। आज हम नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानी को इसमें शामिल कर रहें है। इन पर शोध लेखन करके यूजी, पीजी और रिसर्च स्कॉलर को रिसर्च पेपर लिखने का मुलभूत कौशल भी वोकसित हो सकेगा। उन्होंने छात्राओं को नेताजी के अनसुने किस्सों को अपने शोध पत्र में शामिल करने को कहा। नेताजी के टाटा स्टील वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष होने और उनके जनशेदपुर आने के बारे में भी बताया।
उसके बाद भारतीय शिक्षण मंडल के सदस्यों ने इस प्रतियोगिता के बारे में बताया। जिनके अनुसार शोध पत्र के निम्न विषय हैं:
1. आत्मनिर्भर भारत: सुभाष की दृष्टि में, 2.. आजाद हिन्द सरकार: महत्व एवं संरचना, 3. स्वाधीनता के अज्ञात वीर, 4. अंतरराष्ट्रीय संबंध दृष्टि: नेताजी सेआज तक, 5. अमृत काल के सुभाष संकल्प: 2022 से 2047, 6. अनिवार्य सैन्य प्रशशक्षण की आवश्यकता • पंर्जीयन सहयोग: ₹100/-, पंर्जीयन की अंतिम तिथि: 20 सितंबर, 2022, शोध पत्र जमा करने की अंतिम तिथि: 30 सितंबर, 2022 (मध्यरात्रि भारतीय मानक समय)
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाजसेवी, प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ और महिला उत्थान और सशक्तिकरण के लिए कार्य करनेवाली संवर्धिनी न्यास संस्था की ट्रस्टी डॉ रजनी सरीन थीं।इसके अलावा छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ किश्वर आरा भी मंच पर उपस्थित थी। स्वागत और देशभक्ति गीत से शैक्षिक प्रकोष्ठ प्रांत प्रमुख, भारतीय शिक्षण मंडल डॉ रागिनी भूषण ने कार्यक्रम की शुरुआत की। मंच संचालन शिक्षा विभाग और मंडल के सदस्य डॉ सुशील कुमार तिवारी ने किया।
इस अवसर पर वोकेशनल के अलावा मंडल के विस्तारक नीलेश कुमार बबलू और अन्य विभागों के प्राध्यापिकायें और छात्राएं उपस्थित थीं।