आदित्यपुर : हरिओम नगर स्थित दुर्गा पूजा पंडाल में दर्शकों को इस बार अंडमान निकोबार द्वीप समूह में निवास करने वाले जारवा आदिवासी समाज की थीम पर बनकर तैयार पूजा पंडाल देखने को मिलेगी. यहां बनकर तैयार हुए पूजा पंडाल के माध्यम से मानव सभ्यता के इतिहास में विश्व के अति प्राचीन जारवा आदिवासी समाज के जीवन वृत्त को प्रदर्शित किया गया है. जारवा आदिवासी थीम पर आधारित पंडाल की आकर्षक साज-सज्जा श्रद्धालुओं को स्वतः अपनी ओर आकर्षित करेगा.
पश्चिम बंगाल के कारीगरों की कलाकारी
पश्चिम बंगाल से आये 30 से ज्यादा कुशल कारीगरों द्वारा पिछले डेढ़ माह से इस भव्य पंडाल का मूर्त रूप देने में जुट हुए हैं. पंडाल निर्माण हेतू प्राकृतिक सामग्रियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसमें प्लाई, बांस, लकड़ी, ताड़ पत्ता, सरकंडा प्रमुख रूप से शामिल है. पंडाल के अंदर जारवा आदिवासी समूह के रहन-सहन, वेशभूषा, कला-संस्कृक्ति आदि का जीवंत चित्रण भी प्रस्तुत किया जायेगा. कोलकात्ता के चंदन नगर की विद्युत सज्जा आदित्यपुर मेन रोड स्थित आकाशवाणी चौक से पूजा पंडाल तक की जायेगी.
15 लाख की लागत से बना पंडाल
रात की रौशनी में पंडाल अनुपम प्राकृतिक छटा बिखेरेगी. पूजा पंडाल के निर्माण पर लगभग 15 लाख रुपये खर्च हुए है. जबकि विद्युत साज सज्जा पर लगभग 7 लाख रुपये खर्च हुए है. इस पूजा पंडाल का निर्माण मां भवानी यूथ क्लब दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष अंबुज कुमार की देखरेख में कराया गया है. 6 अक्टूबर को पंडाल उद्घाटित होगा. पूजा समिति के अध्यक्ष अंबुज कुमार ने बताया कि महाचतुर्थी के दिन रविवार शाम 7 बजे इस पूजा पंडाल को दर्शकों के लिए खोल दिया जायेगा. यह अनोखा पूजा पंडाल दर्शकों को स्वतः अपनी ओर आकर्षित करेगा. समिति के द्वारा महासप्तमी, महाष्टमी एवं महनवमी को भोग का वितरण आयोजन किया जायेगा.