जमशेदपुर : शहर के गोलमुरी एग्रिको का रहनेवाले पुरण चौधरी ने 8 जून 2022 को सिदगोड़ा शिवसिंह बगान स्थित मनप्रीत के घर में घुसकर गोली मारकर हत्या की थी. इसके बाद से ही वह सुर्खियों में आ गया था. इस घटना को अंजाम देने के बाद उसने सिख नेता गुरुमुख सिंह मुखे को भी धमकी दी थी. इसके बाद मुखे की ओर से थाने में भी मामला दर्ज कराया गया था.
पुरन चौधरी ने मनप्रीत सिंह की हत्या करने के बाद डेढ़ साल तक फरार रहा. पुलिस भी उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी. डेढ़ साल के बाद पुलिस ने अपने मुखिबरों को लगाकर अंततः पुरण को गिरफ्तार कर लिया है.
डेढ़ साल पहले हत्या की उड़ायी थी अफवाह
पुरण चौधरी ने डेढ़ साल पहले खुद की हत्या होने की अफवाह उड़ायी थी. उसे लग रहा था कि ऐसा करने पर उसकी फाइल पुलिस बंद कर देगी. पुलिस को भी उसकी करतूतों का पता चल गया था.
घर में घुसकर मारी गयी थी मनप्रीत को गोली
मनप्रीत पाल सिंह को 8 जून 2022 की शाम 4 बजे सिदगोड़ा के शिवसिंह बगान स्थित आवास पर घर में घुसकर गोली मारी गयी थी. घटना के बाद पुलिस ने राहुल सिंह, अक्षय सिंह, राहुल गुप्ता, गौरव गुप्ता और नवीन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. घटना में पुरण चौधरी फरार था. फरारी के दौरान वह अपने फेसबुक पर हथियार के साथ अपनी तस्वीर छोड़कर पुलिस को चुनौती देने से भी नहीं चुक रहा था.
कौन है पुरण चौधरी
पुरण चौधरी का नाम मनप्रीत पाल सिंह हत्याकांड में सुर्खियों में आया था. वह गोलमुरी टाटा लाइन का रहने वाला है. उसके खिलाफ पश्चिम बंगाल के आसनसोल में पुलिस पर फायरिंग करने और पुलिस हिरासत से फरार होने का मामला पहले से ही दर्ज है. उसे न तो बंगाल पुलिस खोज पायी और न ही झारखंड की जमशेदपुर की पुलिस. दोनो राज्यों की पुलिस के लिये पुरण चौधरी पहेली बना हुआ था.