चक्रधरपुर : रेल मंडल के बीमालगढ़ रेलवे यार्ड में मंगलवार की शाम करीब सात बजे एक मालगाड़ी के चार डिब्बे बेपटरी हो गये। यह मालगाड़ी आयरन अयस्क लेकर रेलवे यार्ड से निकल कर राउरकेला के तरफ आ रही थी। इस दौरान अचानक मालगाड़ी पीछे के तरफ रोल हो जाने के कारण मालगाड़ी के चार डिब्बे बेपटरी हो गए। खबर मिलते ही राहतकार्य के लिए बंडामुंडा रेलवे यार्ड से क्रेन के अलावा ऑपरेटिंग, कैरेज एंड वागेंन एबं इंजीनियरिंग बिभाग के अधिकारी व कर्मचारी शाम के आठ बजे बिमलगढ़ रवाना हो गए।
बरसुआ में हुआ था रोल :
यह मालगाड़ी बरसुआ रेलवे स्टेशन पर खड़ी थी, जब अचानक से ट्रेन रोल होना शुरू हुआ। रोल होने के बाद ट्रेन पीछे के तरफ चलते हुए बिमलगढ़ रेलवे स्टेशन के तरफ बढ़ने लगा. इस दौरान ट्रेन करीब 100 की रफ्तार पर दौड़ने लगा था।
छह खुले फाटक से गुजरी मालगाड़ी
ट्रेन बरसुआ से बिमलगढ़ रेलवे स्टेशन तक रोल हौकर जाने के दौरान करीब छे रेलवे लेबल क्रोसिंग को पार किया। ट्रेन की आने की सूचना नही मिलने के कारण सभी रेलवे क्रोसिंग खुले हुए थे।
इंजिन पर लटका रहा टोकन पोर्टर
मालगाड़ी जब रोल होने लगा तो ट्रेन के इंजिन में एक टोकन पोर्टर मौजूद थे। जब ट्रेन की स्पीड बढ़ती गई तो पोर्टर ने इंजिन में लगे रड को पकड़ कर 24 किलोमीटर तक झूलता हुआ बिमलगढ़ पंहुचा। इस दौरान पोर्टर के शरीर के कई जगहों पर चोटे आई है।
शंटर घायल
हादसे के दौरान बरसुआ रेलवे यार्ड पर ड्यूटी में तैनात शंटर इनके चटर्जी बुरी तरह घायल हो गया है। घटना के बाद शंटर और पोर्टर दोनों को ही बिमलगढ़ रेलवे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है।
घटनास्थल पर डीआरएम रवाना
यह घटना की जानकारी आग की तरह पूरे चक्रधरपुर रेलमंडल के साथ साथ दक्षिण पूर्व रेलवे ज़ोन के मुख्यालय तक पंहुच गया। जिसके बाद चक्रधरपुर डीआरएम बिजय कुमार साहू घटनास्थल को रवाना हो गये।