रांची : झारखंड के पेयजल स्वच्छता विभाग के स्वर्णरेखा शीर्ष कार्य प्रमंडल में 20 करोड़ रुपए के गबन के मामले में पुलिस ने कैशियर संतोष कुमार को गिरफ्तार किया है. उसके पास से करीब 51 लाख रुपये कैश भी बरामद किया गया है. यह जानकारी रांची के एसएसपी चंदन कुमार झा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर रांची से संतोष कुमार की गिरफ्तारी हुई है. उसके पास से करीब 51 लाख नकद की बरामदगी भी की गई है. पूछताछ में उसने कई पदाधिकारियों के नाम का भी खुलासा किया है, जिस पर अनुसंधान चल रहा है. पुलिस की गिरफ्त में आया संतोष कुमार मूलरूप से जहानाबाद जिले का रहने वाला है. एफआईआर दर्ज होने के बाद से संतोष कुमार फरार चल रहा था. (नीचे भी पढ़ें)
यह है मामला
जानकारी के मुताबिक विभाग की ओर से रांची में शहरी जलापूर्ति परियोजना के तहत एलएंडटी कंपनी को पाइपलाइन बिछाने का काम दिया गया था. आरोप है कि कैशियर संतोष कुमार ने दो फर्जी कंपनियां बनाकर एलएंडटी के बदले करीब 20 करोड़ का भुगतान उठा लिया और रकम अपने सगे-संबंधियों के खाते में ट्रांसफर कर दी. फर्जी तरीके से भुगतान उठाने का यह काम पिछले चार वर्षों से चल रहा था. करीब तीन महीने पहले इस घोटाले का खुलासा हुआ. इसके बाद कार्यपालक अभियंता ने रांची के सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई. उसके बाद रांची पुलिस ने जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन किया था. टीम ने आरोपी को सुखदेव नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत इंद्रपुरी रोड नंबर एक स्थित उसके ससुराल से गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसके पास से 15 लाख रुपए बरामद किए. जबकि, उसकी निशानदेही पर अन्य जगहों से 35.98 लाख रुपए जब्त किए गए. आगे मामले की जांच जारी है.