रांची : कांके थाना क्षेत्र के कांके चौक पर 26 मार्च को हुए भाजपा नेता अनिल महतो उर्फ अनिल टाइगर की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. इस मामले में विशेष अनुसंधान दल का गठन कर अब तक 7 अपराधकर्मियों की पहचान की गई है, जिनमें से 5 को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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10 एकड़ जमीन का विवाद बना हत्या का कारण
अनुसंधान में यह सामने आया है कि अनिल टाइगर और देवव्रत नाथ शाहदेव के बीच चामगुरु मौजा की 10 एकड़ विवादित भूमि को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. अनिल महतो ने ग्रामीणों के सहयोग से इस जमीन पर देवव्रत के कब्जे का लगातार विरोध किया था, जिससे देवव्रत क्षुब्ध था.
सूत्रों के अनुसार, अगस्त 2023 में जबरन भूमि पर दीवार खड़ी करने के प्रयास को अनिल महतो ने रोका था. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच बैठकें भी हुईं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया. दिसंबर 2023 में एक बैठक के दौरान अनिल टाइगर ने प्रति डिसमिल 50 हजार की मांग रखी थी, जिसे लेकर विवाद बढ़ा और कथित रूप से देवव्रत ने पिस्टल तक तान दी थी.
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सांसद शिलान्यास कार्यक्रम में भी हुआ था विवाद
इसके बाद देवव्रत नाथ शाहदेव ने विवादित भूमि पर संसदीय मद से एप्रोच रोड बनवाने की योजना बनाई थी. जब रांची के सांसद शिलान्यास के लिए वहां पहुंचे, तो अनिल टाइगर ने इसका विरोध किया. विरोध के चलते सांसद को कार्यक्रम रद्द कर वापस लौटना पड़ा, जिससे देवव्रत और भी नाराज हुआ.
सुपारी किलर से 2 लाख में हुई थी डील
SIT की रिपोर्ट के अनुसार, देवव्रत ने अनिल टाइगर को रास्ते से हटाने के लिए रांची के अपराधी अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा को हत्या की सुपारी दी. हत्या की योजना कोलकाता के उल्टाडांगा इलाके में 12 मार्च को बनी. इसमें रोहित वर्मा और अमन सिंह जैसे शूटर शामिल थे. हत्या के एवज में 2 लाख की रकम तय हुई थी, जिसमें से 50 हजार UPI के जरिए शूटरों तक ट्रांसफर किया गया.
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शूटर अमन सिंह और रोहित वर्मा 18 मार्च को कोलकाता से रांची पहुंचे और होटल में रुके. 26 मार्च को जब अनिल टाइगर अपने घर से स्कॉर्पियो से निकले, तो उनकी रेकी अजय रजक द्वारा की गई. फिर अपाचे बाइक से पीछा कर सिद्धो-कान्हू पार्क के पास उन्हें गोली मार दी गई. हत्या के लिए होंडा साइन बाइक और एक पिस्टल का प्रयोग हुआ, जिसे बाद में बरामद कर लिया गया.
रोहित वर्मा और अमन सिंह पर है कई मामले दर्ज
गिरफ्तार आरोपियों में पुन्दाग, जगरनाथपुर निवासी अमन सिंह, पुरानी रांची कोतवाली निवासी जिसान अख्तर उर्फ जिसु, किशोरगंज का मनिष चौरसिया, हिन्दपीढ़ी सेकेण्ड स्ट्रीट निवासी अजय कुमार रजक उर्फ गोलु और I.S.M चौक पुन्दाग निवासी रोहित वर्मा शामिल हैं. इनके पास से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त दो बाइक, एक पिस्टल और चार एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किया हैं। आरोपियों में शामिल रोहित वर्मा और अमन सिंह का आपराधिक इतिहास रहा है, जिन पर बालिडीह, सुखदेव नगर, कुडू, कोतवाली और पिठोरिया थाना क्षेत्रों में हत्या, रंगदारी, हथियार और विस्फोटक अधिनियम से जुड़े कई गंभीर मामले दर्ज हैं.