रांची : एचईसी प्रबंधन ने अपने कर्मचारियों को आवंटित क्वार्टरों को सरेंडर करने की प्रक्रिया एक बार फिर शुरू कर दी है. यह प्रक्रिया कई महीनों से बंद थी, जिससे संबंधित कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.
आवेदनों पर नहीं हो रही थी कार्रवाई
जो कर्मी एचईसी से इस्तीफा देकर अन्य कंपनियों में कार्यरत हैं या जिन्होंने निजी मकान बना लिए हैं, वे लंबे समय से क्वार्टर सरेंडर करने के लिए आवेदन दे रहे थे. लेकिन प्रक्रिया ठप होने के कारण प्रबंधन उनकी ओर से जमा किए गए आवेदनों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा था.
इस देरी के चलते ऐसे कर्मचारियों को मार्केट रेट पर किराया चुकाना पड़ रहा था, जो सामान्य दर से दो से तीन गुना अधिक होता है. इससे आर्थिक बोझ भी बढ़ता जा रहा था. अब जब प्रक्रिया दोबारा शुरू हुई है, तो राहत की खबर यह है कि पिछले दो दिनों में 30 से अधिक कर्मचारियों ने अपने क्वार्टर सरेंडर कर दिए हैं.
कर्मचारियों को मिलेगी राहत
प्रबंधन की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि अन्य कर्मचारी भी अब बिना अतिरिक्त आर्थिक भार के अपने क्वार्टर नियमित प्रक्रिया के तहत सरेंडर कर सकेंगे. इससे न केवल कर्मचारियों को राहत मिलेगी, बल्कि एचईसी के आवास संसाधनों का भी बेहतर उपयोग संभव हो सकेगा.