रांची : भाजपा झारखंड के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी गुरुवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की. रांची राजभवन में हुई मुलाकात में कुणाल षाड़ंगी ने झारखंड प्रदेश सहित कोल्हान की कई समस्याओं की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया. इस दौरान कुणाल षाड़ंगी ने राज्यपाल को कोल्हान विश्वविद्यालय में जनजातीय भाषाओं को पढ़ाने हेतु स्थायी शिक्षकों के न होने, राज्य में आयुष्मान योजना के क्रियान्वयन की जर्जर स्थिति, राज्य के बाहर पढ़ाई कर रहे जरूरतमंद विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति राशि का नही मिलने के विषयों पर ध्यान आकृष्ट कराया. उन्होंने बताया कि कोल्हान विश्वविद्यालय राज्य के अनुसूचित जाति बाहुल्य इलाकों में स्थापित है, लेकिन जनजातीय भाषाओं की पढ़ाई के लिए यहां एक भी स्थायी शिक्षक नहीं है. घंटी आधारित शिक्षकों से काम चलाया जा रहा है. सैकड़ों विद्यार्थियों के अनुपात में शिक्षकों की संख्या बहुत कम है. जिस पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि जल्द ही शिक्षकों की व्यवस्था होगी और बेहतर ढंग से जनजातीय भाषाओं की पढाई के लिए कोल्हान के छात्र छात्राओं के लिए सभी सुविधाओं युक्त एक या दो आवासीय केंद्र स्थापित होंगे.
राज्य की उदासी से आयुष्मान योजना ने तोड़ा दम
कुणाल षाड़ंगी ने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा राशि भुगतान नहीं करने के कारण प्रदेश के कई अस्पतालों ने आयुष्मान योजना के तहत इलाज करने से मना कर दिया है. राज्य सरकार की उदासीनता के कारण केंद्र सरकार की इतनी महत्वाकांक्षी योजना झारखंड में दम तोड़ रही है. इंश्योरेंस के प्रीमियम का भुगतान नही होने के कारण इंश्योरेंस कंपनी से अस्पताल को आयुष्मान योजना के अंतर्गत अपना इलाज करवा रहे मरीज़ों का भुगतान नहीं हो रहा है. इसके साथ ही, रेड क्रॉस की जिलावार बनी ईकाईयों को व्यवस्थित करने की आवश्यकता है.
विद्यार्थियों को नहीं मिलती है छात्रवृत्ति
कुणाल ने बताया कि झारखंड राज्य के बाहर पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को कल्याण विभाग से मिलने वाली छात्रवृत्ति की राशि का भुगतान कई महीनों से नहीं हुआ है और ना ही नए विद्यार्थियों का पंजीकरण हो रहा है. जिससे छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति की राशि के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे है. इस कारण सैकड़ों ज़रूरतमंद छात्र-छात्राओं को पढ़ाई जारी रखने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विभिन्न राज्यों के कई कॉलेजों में छात्र-छात्राओं पर इसके भुगतान करने हेतु दबाव बनाना शुरू किया है, जिससे वे तनावग्रस्त हो रहे हैं. बैठक के क्रम में राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने अपने सचिव नितिन मदन कुलकर्णी को संबंधित विभाग के वरीय पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर इन सभी समस्याओं के उचित निदान करने का आदेश दिया. इस दौरान कुणाल षाड़ंगी के साथ रक्तदान से जुडे विषयों पर बढ-चढकर काम करने वाले रांची के ब्लडमैन के रूप में ख्याति प्राप्त युवा समाजसेवी अतुल गेरा भी मौजूद रहे.
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