रांची : रांची में आयोजित मजदूरों के राज्य स्तरीय संयुक्त कन्वेंशन में आठ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, स्वतंत्र फेडरेशनों और यूनियनों की अभूतपूर्व एकजुटता के तहत एक स्वर में यह घोषणा की गई कि देश का मजदूर वर्ग श्रम संहिताओं को उनके प्रस्तावित स्वरूप में लागू नहीं होने देगा. इसके लिए मजदूर वर्ग निर्णायक संघर्ष के उद्देश्य से 20 मई को देशव्यापी आम हड़ताल के अलावा पूरे देश में कार्यस्थलों से लेकर सड़कों तक अवज्ञा और प्रतिरोध के रूप में बड़े पैमाने पर कार्रवाई करेगा.
इन्होंने रखा विचार
कन्वेंशन की अध्यक्ष मंडल में संजीव श्रीवास्तव (इंटक), अशोक यादव (एटक), भवन सिंह (सीआईटीयू) ,जगन्नाथ उरांव (एआईसीसीटीयू), राजीव कुमार तिवारी (एआईयूटीयूसी) शामिल थे. सम्मेलन का उद्घाटन वरिष्ठ ट्रेड यूनियन नेता कॉ रामेंद्र कुमार ने किया. सम्मेलन की विषय-वस्तु और दृष्टिकोण पर बिश्वजीत देब ने विचार रखे.
ये थे मौजूद
संजीव सिन्हा (इंटक), अम्बुज ठाकुर (एटक), आरपी सिंह (सीटू), शुभेंदु सेन (एआईसीसीटीयू), मोहन चौधरी ( एआईयूटीयूसी) एवं रमेश सिंह (एचएमएस) जैसे केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के अलावा विभिन्न कर्मचारी महासंघों की ओर से वाईपी सिंह, एमएल सिंह, बैजनाथ सिंह, महेंद्र सिंह, बीरेंद्र यादव, अंजनी कुमार, सुनील शाह, एलएल महतो, बेलाल, सरिता किंडो ने घोषणापत्र का समर्थन करते हुए अपना वक्तव्य रखा. कार्यक्रम में बैंकिंग, कोयला, इस्पात, राज्य सरकार के कर्मचारी संगठनों के अलावा, सीमेंट, बिजली, सेल्स प्रमोशन के साथ-साथ अनुबंधित, आउटसोर्स तथा अनौपचारिक क्षेत्र के श्रमिक जैसे आशा, आंगनबाड़ी, मिड डे मील कर्मी, गिग वर्कर, घरेलू कामगार, निर्माण श्रमिक आदि की उपस्थिति थी.
20 मई को बंद की घोषणा
किसान नेता सुफल महतो (झारखंड किसान सभा) और बीएन सिंह (एआईकेएमएस) नेताओं ने भी सम्मेलन को संबोधित किया और हड़ताल के समर्थन में 20 मई को ग्रामीण बंद की घोषणा की.
हड़ताल का करें समर्थन
संयुक्त मंच द्वारा समान विचारधारा के नागरिक समाजों, बुद्धिजीवियों, महत्वपूर्ण हस्तियों, जनप्रतिनिधियों, जन संगठनों, राजनीतिक दलों से जीवन और आजीविका के अस्तित्व के लिए मजदूर वर्ग के इस ऐतिहासिक 20 मई को राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल संयुक्त संघर्ष को एकजुटता और समर्थन प्रदान करने की अपील गई.