रांची : झारखंड में नक्सली आईईडी ब्लास्ट कर पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं. लगातार पुलिस जवान आईईडी की चपेट में आने से शहीद हो रहे हैं. महज दो महीने में ही चाईबासा इलाके में चार बार आईईडी ब्लास्ट हुआ है. घटना में कई जवान घायल और शहीद भी हुए हैं. ऐसे में अब झारखंड पुलिस की नक्सलियों के खिलाफ क्या रणनीति होगी. झारखंड के चाईबासा इलाके में लगातार नक्सलियों के बिछाए आईईडी की चपेट में आने से जवान शहीद और घायल हो रहे हैं. र्तमान में गंभीर मसला बना हुआ है. माना यह भी जा रहा है कि नक्सलियों के खिलाफ झारखंड पुलिस की यह निर्णायक लड़ाई है. राज्य में नक्सलियों के सफाए के साथ खत्म होगी. वर्ष 2025 के दो महीने मार्च और अप्रैल में चाईबासा में हुए आईईडी ब्लास्ट के आंकड़ों पर नजर डालें तो अबतक दो जवाब शहीद हो गए है जबकि छह जवान घायल हुए हैं.

साढ़े तीन माह की घटनाओं पर एक नजर
29 जनवरी को चाईबासा में पुलिस और नक्सल मुठभेड़ में कोबरा बटालियन के जवान अमन गाड़ी घायल हुए थे.
5 मार्च को चाईबासा में आईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ बटालियन 197 के सहायक कमांडेंट जीजे साईं, हवलदार सह रेडियो ऑपरेटर वीटी राव और कांस्टेबल धर्मेंद्र घायल हुए थे.
18 मार्च को एक बार फिर चाईबासा इलाके में आईईडी ब्लास्ट हुआ. घटना में सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह घायल हुए थे.
22 मार्च को चाईबासा में आईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ 193 बटालियन के एस आई जी डी सुनील कुमार मंडल शहीद हो गए थे. जबकि एचडी जीडी पार्थ घायल हुए थे.
12 अप्रैल को झारखंड जगुआर के कांस्टेबल सुनील कुमार धान शहीद हो गए थे. जबकि कोबरा 203 बटालियन के हेड कांस्टेबल विष्णु सैनी घायल हुए थे.
अब हर नक्सली का इंडिविजुअल पीछा करेगी पुलिस
झारखंड पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ सफलताएं जरूर मिल रही है, लेकिन जवानों को नुकसान भी उठाना पड़ रहा है. सरकार के निर्देश पर टारगेटेड नक्सल रेड्स, इंटेलिजेंस कलेक्शन, सरेंडर पॉलिसी और रिवॉर्ड पॉलिसी का फायदा भी पुलिस को मिला है. अब झारखंड पुलिस चाईबासा के एक इलाके में बचे नक्सलियों के खिलाफ नई रणनीति के तहत कार्रवाई करेगी. पुलिस अब हर नक्सली का इंडिविजुअल पीछा करेगी. अगर नक्सली सरेंडर नहीं करते हैं तो उनका सफाया तय है.

नक्सलियों के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई एक नजर में
22 जनवरी को बोकारो के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एरिया कमांडर शांति देवी और नक्सली मनोज टुडू मारे गए थे. एके 47 बरामद हुआ था. 15 लाख का इनामी नक्सली रणविजय महतो को गिरफ्तार किया गया था.
29 जनवरी को चाईबासा के सोनुआ थाना क्षेत्र में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में नक्सली संजय गंझू और महिला नक्सली हेमंती मेझियाईन मारे गए थे.
