रांची : 30 लाख का इनामी पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को काठमांडू से गिरफ्तार करने के बाद एनआइए की टीम रविवार को पहले दिल्ली लेकर गयी थी. उसके बाद उसे शाम को कड़ी सुरक्षा के बीच रांची लाया गया. रांची में लाने के बाद उसे गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है. उससे उसके पूरी गतिविधियों की जानकारी एनआइए की ओर से ली जा रही है.
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सरेंडर करने के लिये बनाया गया था दबाव
दिनेश गोप सरेंडर कर दे. इसको ध्यान में रखते हुये पुलिस टीम खूंटी पहुंची थी और परिवार के सदस्यों से सरेंडर करवाने के लिये भी कहा था. इस बीच परिवार के लोगों ने कहा कि दिनेश से कई सालों से बातचीत नहीं हुई है. वह घर पर भी नहीं आता है.
गुप्त सूचना पर हुई थी छापेमारी
इस दौरान दिल्ली एनआइए टीम को सूचना मिली कि दिनेश गोप भेष बदलकर नेपाल के काठमांडू इसाके में छिपा हुआ है. उसके बाद उसकी गिरफ्तारी के लिये टीम बनी और कैंपेन शुरू हुआ था. इस बीच ही शनिवार की देर शाम उसे काठमांडू इलाके से गिरफ्तार किया गया था. तब वह सिख की पगड़ी पहने हुये थे. उसे देखकर पहचान पाना मुश्किल था. पगड़ी खुलते ही पाखंडी दिनेश गोप की साजिश का पर्दाफाश हो गया था.
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