रांची : राष्ट्रीय आदिवासी समन्वय समिति भारत की ओर से राजधानी रांची के करम टोली चौक स्थित धूमकुडिया भवन में प्रेसवार्ता आयोजित कर सिरम टोली केंद्रीय सरना स्थल से रैंप हटाने, पारसनाथ मरांगबुरु बढ़ाने सहित आदिवासियों के धार्मिक सामाजिक जमीन की लूट का आरोप लगाया. राष्ट्रीय समन्वय आदिवासी समिति भारत के अगुआ ने बताया कि राज्य में चल रहे आदिवासियों के ज्वलंत विषयों को लेकर मोर्चा खोलते हुए 12 अप्रैल को राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया जाएगा
आदिवासी समाज की धार्मिक अस्तित्व खतरे में
झारखंड अलग राज्य बनने के बाद यहां आदिवासियों की सामाजिक और धार्मिक जमीन की लूट बेधड़क जारी है. सिरम टोली सरना स्थल के सामने रैंप बनाकर समाज की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाई जा रही है. पारस मरांग बुरू धार्मिक स्थल पर अतिक्रमण किया गया है. इससे आदिवासी समाज की धार्मिक अस्तित्व खतरे में पड़ गई है.