Ranchi : राज्य सरकार के द्वारा गठित धार्मिक न्यास बोर्ड के द्वारा राजधानी रांची के दो मंदिरों ऐतिहासिक मंदिरों को कमेटी भंग करने की नोटिस दी है. इसमें रांची की पहाड़ी मंदिर और मेन रोड स्थित संकट मोचन मंदिर शामिल है, जिनकी कमेटी को भंग करने की नोटिस दी गई है. इसका कमेटी के सदस्यों ने जोरदार विरोध किया है. (नीचे भी पढ़ें)
मामले को लेकर पहाड़ी मंदिर परिसर में मंदिर विकास समिति के सदस्यों ने संयुक्त रूप से एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. इस दौरान समिति के सदस्यों ने कहा कि धार्मिक न्यास बोर्ड समिति के द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के मंदिर केमटी को भंग किया गया है. यह कहीं से भी न्याय संगत नहीं है. इतना ही नहीं, न्यास बोर्ड पर कमेटी पर जबरन कब्जा करने और पहाड़ी मंदिर विकास समिति के अकाउंट को भी नियंत्रण के लिए बाध्य करने का आरोप लगाया गया. (नीचे भी पढ़ें)
वक्ताओं ने कहा कि धार्मिक न्यास बोर्ड समिति के द्वारा गठित कमेटी में वैसे लोग रखे गए हैं जिन्हें धार्मिक कार्यों से किसी तरह का कोई सरोकार नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से राज्य भर के मंदिरों में धार्मिक न्यास बोर्ड समिति नोटिस भेज रही है, वह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. इसके तहत सनातन संस्कृति धर्म पर राजनीतिक रूप से प्रहार करने का प्रयास किया जा रहा है.