सरायकेला-खरसावां : रांची संसदीय क्षेत्र के भाजपा सांसद संजय सेठ के द्वारा भारतीय रेल बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा को लिखे पत्र में चांडिल फाटक संख्या केएस सात और केएस संख्या आठ के बीच एक करोड़ से ज्यादा राशि के लागत से बनी बाइपास सड़क के मात्र छह माह में जर्जर होने की शिकायत किये थे तथा जांच कर दोषियों के खिलाफ कारवाई की मांग की थी। जिसके बाद रविवार को बाइपास सड़क के मरम्मती का कार्य प्रारंभ हो गया। विगत 18 मई को इनसाइड झारखंड न्यूज़ चैनल ने भी बाइपास सड़क की जर्जर हालत को लेकर प्रमुखता से खबर को प्रसारित की गई थी। था। जनवरी माह में एक करोड़ से ज्यादा की राशि की लागत से 830 मीटर बाइपास सड़क का निर्माण किया गया था, लेकिन कुछ माह के भीतर ही सड़क जगह- जगह टूट गई तथा जर्जर हो गई जिससे इसकी गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए। ग्रामीणों की शिकायत पर सांसद संजय सेठ ने संज्ञान लेते हुए भारतीय रेल बोर्ड को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया। रेलवे फाटक के बंद होने से बाइपास सड़क का महत्व काफी बढ़ गया है, बाइपास सड़क के टूट जाने से लोगों के आवागमन में परेशानी उठानी पड़ती। यह रेल बाईपास सड़क एनएच 32 को एनएच 33 को सीधे जोड़ती है। भाजपा नेता दिवाकर सिंह ने रेलवे पदाधिकारियों से बाइपास सड़क पर बनने वाले अंडरपास का निर्माण जल्द से जल्द करने की मांग की।