जमशेदपुर।
साइबर बदमाश आये दिन नया-नया हथकंडा अपना रहे हैं और लोगों को चूना लगा रहे हैं.
हर दिन साइबर थाना में ठगे हुए लोग पहुंच रहे हैं. साइबर ठगों से बचने के लिए लोग जागरूक भी नहीं बन रहे हैं.
उलीडीह का व्यक्ति व सिदगोड़ा की महिला ताजा मामले में ठगी का शिकार हुए हैं.
दोनों से ठगों ने करीब दो लाख की अवैध कमाई की है. पुलिस उनके आवेदन पर कार्रवाई कर रही है.
एसबीआइ क्रेडिट कार्ड का अधिकारी बता खाते से 97 हजार उड़ाये
सिदगोड़ा थाना क्षेत्र के बागुननगर की रहने वाली रजनी गाड़ी के खाते से यह कहकर 97 हजार उड़ा लिये गये कि वह इंश्योरेंस का
6000 रुपये रिफंड करना चाहता है. फोन करने वाले ने खुद को एसबीआइ क्रेडिट कार्ड का अधिकारी बताया और रजनी को झांसे में ले
लिया. इस बीच कुल पांच बार में रुपये की निकासी की गयी.
रजनी गाड़ी मूलरूप से रांची के थाना नामकुम गांव करकट्टा की रहने वाली है. रजनी को 4 दिसंबर को दिन के 11.30 बजे फोन आया
था. फोन करने वाले ने खुद को एसबीआइ क्रेडिट कार्ड का अधिकारी बताया था. कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड का इंश्योरेंस के लिये
6000 रुपये कट गया है.
साइबर बदमाश ने रजनी से कहा कि रुपये रिफंड लेने के लिये एनीडेस्क एप डाउनलोड करना होगा. इसके बाद पे फोन में जाकर कुछ
नंबर डायल करने के लिये कहा. बताये अनुसार रजनी सबकुछ करती गयी और खाते से पांच बार में कुल 97 हजार रुपये की निकासी
हो गयी. मोबाइल पर रुपये निकासी का मैसेज आने पर रजनी को आभास हुआ कि वह साइबर बदमाशों का शिकार हो गयी है. घटना
के संबंध में बिष्टुपुर साइबर थाने में अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है.
गैस कनेक्शन में नाम करेक्शन करने के बहाने 1.11 लाख उड़ाये
गैस कनेक्शन में नाम करेक्शन करने का झांसा देकर साइबर बदमाशों ने टाटा मोटर्स के रिटायर कर्मचारी श्रीपति नाथ तिवारी के बैंक
ऑफ इंडिया के खाते से 1.11 लाख रुपये की अवैध निकासी कर ली. यह निकासी 7 से 8 दिसंबर के बीच हुई है. साइबर बदमाशों ने
लगातार दो दिनों तक श्रीपति नाथ तिवारी से मोबाइल पर बातचीत की और उन्हें अपने झांसे में ले लिया.
भुक्तभोगी उलीडीह थाना क्षेत्र के वाटिका ग्रीनसिटी के रहने वाले हैं. उनकी मोबाइल पर 7 अक्तूबर को फोन आया था. फोन करने वाले
व्यक्ति ने कहा कि वह गैस एजेंसी से बोल रहा है. कहा कि आपका नाम पर बदल गया है. उसे ठीक कराना पड़ेगा. श्रीपति तिवारी उसके
झांसे में आ गये और जैसा बताया गया वे करने लगे. इस बीच दो दिनों के भीतर ही खाते से 1.11 लाख रुपये की निकासी हो गयी.
भुक्तभोगी को इसकी भनक लगने पर सीधे साइबर थाने में गये और अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया.