मणिपुर : मणिपुर में पुलिस शस्त्रागार से हथियारों पर डाका डालने का एक मामला सामने आया है. इसका खुलासा खुद मणिपुर के डीजीपी राजीव सिंह ने किया है. एक समारोह में उन्होंने कहा कि विष्णुपुर जिले के दो पुलिस चौकियों से हथियार और गोला-बारूद पर डाका डाला गया. घटना की जानकारी मिलते ही इसकी जांच शुरू कर दी गयी है.
घटना के बारे में डीजीपी का कहना है कि 3 मई की है. उस दिन भीड़ की ओर से विष्णुपुर जिले के नारानसीना के सेकेंड इंडिया रिजर्व बटालियन के कार्यालय में घुसकर लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. इसमें 21 कार्बाइन, 195 सेल्फ लोडिंग राइफल्स, 5 एमपी- 4 बंदूक, 124 हथगोले, 19000 से अधिक गोलियां आदि शामिल है.
श्रद्धांजलि समारोह में पहुंचे थे डीजीपी
डीजीपी राजीव सिंह की बात करें तो वे मणिपुर राइफल्स के जवान टोंरुंगबाम ऋषिकुमार को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित समारोह में पहुंचे हुए थे. समारोह में ही उन्होंने लूट की घटना के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि मणिपुर के हालात में अब सुधार आ रहे हैं. गुरुवार को ही टोरुंगबाम की मौत गोली लगने से हो गयी थी. टोरुंगबाम की मौत इंफाल पश्चिम जिले के सेनजम चिरांग में अज्ञात बंदूकधारियों के साथ हुई गोलीबारी में हुई थी.
अबतक जा चुकी है 160 लोगों की जान
मणिपुर में 3 मई से ही हिंसा जारी है. अबतक की बात करें तो 160 से भी ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी है. 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं. 3 मई को हिंसा के कारण ही 4 मई को कुकी समुदाय की तीन महिलाओं को नंगा कर घुमाया गया था और फिर एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया गया था. मामले में अबतक 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया है. घटना की वीडियो 19 जुलाई को वायरल हुआ था. इसके बाद देश को घटना की जानकारी मिली थी.