जयपुर : जयपुर से मुंबई जा रही एक्सप्रेस ट्रेन में ड्यूटी के दौरान आरपीएफ जवान चेतन की तबियत काफी बिगड़ गयी थी. इस बीच उसने अपने इंचार्ज एएसआइ टीकाराम मीणा से छुट्टी मांगी थी, लेकिन उसे छुट्टी नहीं दी गयी थी. उससे कहा गया था कि और 2-3 घंटे ही ड्यूटी रह गयी है कर लो. इसके बाद ही चेतन गुस्से में आ गया था. उससे कहा गया था कि ट्रेन में ही आराम कर लो. इसके बाद उसकी रायफल जमा ले लिया गया. थोड़ी देर बाद चेतन जाग गया था और अपनी रायफल मांगने लगा था. रायफल देने में आना-कानी करने पर ही चेतन ने अंधाधुंध गोलियां चलायी थी. घटना में एक रेल यात्री और दो होमगार्ड की मौत हो गयी थी.
टीकाराम ने अपने बयान में कहा है कि चेतन को जब वह राइफल नहीं दे रहा था कि उसने गला भी दबाया था. इसके बाद उसकी रायफल ले ली थी. जब उसने कहा कि उसकी रायफल वह नहीं है जब उसने अपना रायफल लेकर टीकाराम को पहले वाला लौटा दिया था.
कंट्रोल रूम से कहा गया था आराम के लिए मुंबई जाए या दवा ले
टीकाराम ने जब अपने कंट्रोल को चेतन की जानकारी दी थी तब कहा गया था कि वह मुंबई जाकर आराम करे या दवा लेने का काम करे.
गुस्से में फायरिंग कर रहा था चेतन
तीन लोगों की जान लेने के बाद आरपीएफ जवान चेतन गुस्से में आ गया था और बीच-बीच में कोच के बाहर फायरिंग कर रहा था. इस बीच ट्रेन यात्री दहशत में आ गये थे. यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया था.