जमशेदपुर : भाजपा की टिकट पर ओडिशा मयूरभंज के सांसद रहे सालखन मुर्मू झारखंड अलग राज्य के 23 सालों के बाद एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं. वे नेशनल फेम बने हुए हैं. संताली को 8वीं अनुसूची का दर्जा देने की मांग को लेकर सालखन मुर्मू ने जोरदार आंदोलन किया था. तब भी नेशनल फेम बने हुए थे. इस बार सरना धर्म को अलग से कोड देने की मांग को लेकर सुर्खियों में हैं.
सालखन मुर्मू ने जब भाजपा का दामन छोड़ दिया था तब आदिवासी सेंगेल अभियान पार्टी बनाई. इस पार्टी के वे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. इसी के बैनर चले वे दो दशक से सरना धर्म को अलग से कोड और कॉलम देने की मांग भी कर रहे हैं.
पहली बार आत्मदाह की चेतावनी
दो दशक के आंदोलन के बाद उनके कार्यकर्ता और नेताओं ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी. इस तरह की घटना घटित हो उसके पहले ही कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसी तरह से सालखन मुर्मू को भी हिरासत में ले लिया गया है.
कदमा आवास से हुई गिरफ्तारी
पीएम के आगमन पर 15 नवंबर को ही आत्मदाह करने की चेतावनी आदिवासी सेंगेल अभियान के कुछ कार्यकर्ताओं और नेताओं की ओर से दी गई थी. सालखन को कदमा आवास से बुधवार को इस कारण से गिरफ्तार किया गया है क्योंकि वे ही पार्टी के मुखिया हैं.