पूर्वी सिंहभूम : सालखान किस्कू के जीवन में शनिवार की शाम एक बुरे सपने की तरह आई. एक हवा की झोंके की तरह पूरा घर जलकर खाक हो गया. देखते ही देखते घर पूरी तरह से जलकर राख हो गया. सालखान का परिवार देखता ही रह गया.
घटना पोटका तेलाईडीह की है. आग लगने के बाद सालखान का परिवार कुछ समझ पाता उसके पहले ही आग इतनी भयावह हो चुकी थी कि आग के लपटों ने घर में रखी साइकिल, अनाज, राशन कार्ड, वोटर कार्ड, बैंक पासबुक, बच्चों के किताब, बर्तन, कपड़े, चारपाई, रुपया – पैसा, जमीन के कागजात समेत घर के सारे समान को अपनी चपेट में ले लिया.
काम पर गए थे पति-पत्नी
जरूरत के सामान जलकर खाक हो गए. अब सालखान किस्कू अपनी पत्नी ओर तीन बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. सालखान ने बताया कि पति-पत्नी दोनों काम पर गए हुए थे. बच्चे घर पर थे. इस बीच अचानक घर में आग लग गई. हालाकि आग के लगने के कारणों का नहीं पता चल सका है. अब स्थिति यह है कि तीन बेटी और पत्नी के साथ सालखान खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है.