जमशेदपुर।
टिनप्लेट 10 नंबर बस्ती गुरुद्वारा में हर साल की तरह इस साल भी शिरमोणि शाहिद बाबा जीवन सिंह और चमकौर में शहीद हुए चार साहेबजादों का शहादत दिवस श्रद्धा भावना से मनाया गया. इस दौरान गुरुद्वारा साहेब का हाल संगत से खचाखच भरा हुआ था. शुरुआत में बाबा निर्मल सिंह ने अपने सुरमई कीर्तन से संगत को निहाल किया. उसके उपरांत भाई प्रभजोत सिंह मन्नी इंद्रानगर वाले ने बाबा जीवन सिंह के शहादत को अपने विराग मई कीर्तन से संगत को विभोर कर दिया. अंत में पंजाब से आए कथा वाचक ज्ञानी बूटा सिंह तारसिक्का वाले ने बाबा जीवन सिंह और चमकौर साहेब में शाहिद हुए साहेबजादों की शहादत को अपने विराग मई तरीके से संगत के बीच रखा. संगत को ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो सारा शहादत उनकी आंखों के सामने हो रहा हो. ज्ञानी बूटा सिंह ने अपनी कथा में शहीदों की शहादत को बहुत ही बारीकी से संगत के बीच रखा. यहां तक की ज्ञानी बूटा सिंह कथा सुनाते सुनाते खुद भावुक हो गये. संगत की आंखों से भी लगातार आंसुओं की बरखा हो रही थी. अंत में सामूहिक अरदास करने के बाद गुरू का अटूट लंगर संगत के बीच वितरित किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने मे गुरुद्वारा कमिटी के कार्यकारी प्रधान तरसेम सिंह, गुरदीप सिंह काका, कुलदीप सिंह, कुलवंत सिंह, कमलजीत सिंह, हरजीत सिंह, प्रताप सिंह, राजेंद्र सिंह तारसिक्का, परमजीत सिंह, सिख नवजवान सभा के प्रधान मलकीत सिंह, नानक सिंह, गोपाल सिंह, अवतार सिंह सोनी, सुखदेव सिंह और स्त्री सत्संग सभा का योगदान रहा.