सरायकेला ।
सरायकेला-खरसावां जिले के पर्यटन स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इसके साथ ही कई रमणीय स्थलों को विकसित करने की भी योजना है. वहां तमाम जरूरी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. साथ ही जिले के वन क्षेत्र को इको टूरिस्टर के रूप में विकसित किया जाएगा. यह निर्णय जिला समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित बैठक में लिया गया. इस दौरान तय किया गया कि इन पर्यटन स्थलों पर साइनेज एवं हार्डिंग भी लगाए जाएंगे. साथ ही जिले के डैम (जलाशय) में वोटिंग एवं जलक्रीड़ा की सुविधा भी बहाल जाएगी.
युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने पर जोर
इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि जिले के विभिन्न पर्यटन स्थलों को विकसित कर स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जाए. उन्होंने कहा कि चांडिल डैम, पालना डैम, दलमा, आकर्षणी मंदिर इत्यादि मे आवश्यकतानुसार वोटिंग, घुडसवारी, लोकल फूड इत्यादि को बढ़ावा दिया जाए. इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को लोगो को प्रेरित करने की बात कही. ताकि क्षेत्र का विकास हो सके.
इन पर्यटन स्थलों को किया गया चिन्हित
जिन पर्यटन स्थलों को चिन्हित किया गया है उनमें चांडिल समेत विभिन्न वन क्षेत्र को इको टूरिस्ट के रूप में विकसित करना, जॉयदा मंदिर एवं कासीदा डैम का सौंदर्यीकरण करने तथा जिले मे स्थित विभिन्न स्थल को नए पर्यटन स्थल जैसे-कूलर साईं सरायकेला, मजना घाट, रामबाबा आश्रम दुगनी, साईं मंदिर चांडिल, धोड़ा बाबा मंदिर गम्हरिया, करकेटता डैम कुचाई, काली मंदिर पदमपुर, सोना झरना चांडिल, चादरी पहाड़ गम्हरिया, सशीद ग्राम राजनगर, झरिडीह नीमडीह, डुमरा शिव मंदिर, सीता मंदिर इचागढ़, पड़लूगोड़ा काली मंदिर, गाजियाबाद बराज जैन मंदिर ईचागढ़ इत्यादि को नए पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए विभाग को प्रस्ताव अग्रसारित करने का निर्णय लिया गया. वहीं, चांडिल डैम क्षेत्र के विकास एवं स्थानीय लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के उदेश्य से चांडिल महोत्सव के रूप मे मनाए जाने के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजनें का निर्णय लिया गया.
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में जिले उप विकास आयुक्त प्रवीण कुमार गगराई, जिला परिषद अध्यक्षा सोनाराम बोदरा, जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी आदित्य नरायण, आदित्यपुर नगर निगम के अपर नगर आयुक्त गिरजा शंकर प्रसाद, अपर उपायुक्त सुबोध कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला खेल पदाधिकारी, नगर पंचायत सरायकेला, कार्यपालक पदाधिकारी के अलावा जनप्रतिनिधि शामिल रहे.