सरायकेला :शिक्षा विभाग द्वारा नव नामांकित एवं पूर्व से नामांकित ड्रॉप आउट बच्चों को स्कूल में शत-प्रतिशत ठहराव को लेकर जिले में ‘बैक टू स्कूल कैंपेन’ प्रारंभ किया गया है. सरायकेला नगर के टाउन हॉल में उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला, जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, विधायक प्रतिनिधि सनद आचार्य, उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार, डीआरडीए निदेशक अजय तिर्की दीप जलाकर इस कार्यक्रम का विधिवत शुरुआत की.
उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है पहले से नामांकित स्कूली बच्चों के साथ-साथ नव नामांकित शत प्रतिशत बच्चों को स्कूल तक लाना है. 5 से 18 वर्ष उम्र के बच्चों के लिए यह विशेष अभियान है. कुछ बच्चे हैं जो पूर्व से नामांकित हैं परंतु वे स्कूल नहीं आते हैं. उन्हें मुख्य रूप से इस अभियान के द्वारा स्कूल तक लाना है. उन्हें सिर्फ स्कूल तक लाने का उद्देश्य नहीं है बल्कि स्कूल में उनका ठहराव भी सुनिश्चित करना है. आम लोगों से अपील की है कि बैक टू स्कूल कैंपेन को सफल बनाया जाए.
बच्चों का स्कूल में ठहराव जरूरी
बैक टू स्कूल कैंपेन में अधिक से अधिक बच्चों को स्कूल तक लाने में सहयोग करने वालों को स्वतंत्रता दिवस के दिन सम्मानित किया जाएगा. वर्तमान में समस्या, संसाधन को लेकर भी है. कुछ समस्या हममें भी है और कुछ समस्याएं बच्चों से जुड़कर है. जो आर्थिक एवं सामाजिक क्षेत्र के हैं. परंतु उन सभी समस्याओं को समाधान करते हुए हमें उन बच्चों को हर हाल में स्कूल में ठहराव को सुनिश्चित करना है.
आपसी सहभागिता की आवश्यकता
कार्यक्रम में जिला परिषद के अध्यक्ष सोनाराम बोदरा ने कहा है कि आपसी सहभागिता से ही बैक टू स्कूल कैंपेन को सफल बनाया जा सकता है. ग्राम पंचायत से जुड़े सभी मुखिया एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे व्यक्तिगत रुचि के साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाएं. विधायक प्रतिनिधि सनद आचार्य ने कहा है कि जिले में ड्रॉप आउट को खत्म करने के लिए इस मुहिम में समाज के हर वर्ग को आगे आने की आवश्यकता है. क्योंकि शिक्षा
हर घर में जलानी चाहिए शिक्षा का दीप
एक ऐसा दीया है जो हर घर में जलानी चाहिए. हर घर को इस दीया से रोशन होनी चाहिए. जिला शिक्षा पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा है कि वर्तमान में जिले में शिक्षकों की कमी नहीं है. जहां-जहां शिक्षकों की आवश्यकता थी वहां प्रतिनियुक्ति के जरिए छात्रों को बेहतर शिक्षा दी जा रही है. हाल ही में जिले में 65 शिक्षक योगदान दिए हैं, जिन्हें स्कूलों में भेज दिया गया है. कार्यक्रम के दौरान बैक टू स्कूल कैंपेन में ग्रामीण स्तर पर जागरूकता के लिए उपायुक्त ने टाउन हॉल परिसर से जागरूकता रथ को झंडी दिखाकर रवाना किया.