सरायकेला : जिले में राजकीय चैत्र पर्व सह छऊ महोत्सव 2025 का 11 अप्रैल से शुरूआत होगी. चैत्र पर्व प्रारंभ होने से पूर्व धार्मिक अनुष्ठान के दौरान पारंपरिक रूप से माजणा घाट (खरकई नदी) से शुभ घट यात्रा निकाली गई. घट यात्रा गुदड़ी डेली मार्केट प्राचीन शिव मंदिर में जाकर संपन्न हुई. इस वर्ष महोत्सव का आयोजन 11 से 13 अप्रैल तक किया जाएगा.
भैरव पूजा के साथ महोत्सव की शुरूआत
छऊ नृत्य की तीनों शैलियों में सरायकेला, खरसावां और मानभूम की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी. इसकी शुरुआत सोमवार से हो चुकी है. प्रभारी एसडीओ निवेदिता नियति ने बताया कि छह अप्रैल को भैरव पूजा के साथ महोत्सव प्रारंभ हुआ. 7, 8 और 9 अप्रैल को सरायकेला, खरसावां और मानभूम शैली के प्रतिभागियों के बीच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. 11 से 13 अप्रैल तक मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
जिले में खासा उत्साह
भारत सरकार और पूर्ववर्ती सरायकेला रियासत के बीच हुए ऐतिहासिक समझौते के तहत स्थानीय परंपरा, सांस्कृतिक धरोहरों और लोककला की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिला प्रशासन को दी गई है. इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हर वर्ष चैत्र पर्व को राजकीय स्तर पर मनाया जाता है. जिलेभर में इस आयोजन को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है. छऊ नृत्य की प्रस्तुति, धार्मिक आयोजनों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से यह पर्व स्थानीय पहचान और सांस्कृतिक विरासत को संजोने का प्रतीक बन गया है.
परंपरा, कला और सामाजिक समरसता का उत्सव
महोत्सव परंपरा, कला और सामाजिक समरसता का उत्सव है. आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य कर रहा है. पहले दिन जय मां बसंती कला परिषद टेंटोपोसी, राधा-कृष्ण कला परिषद पारुलपोसी, शिव मंदिर छऊ नृत्य क्लब कोटार राजनगर, नवयुवक संघ छऊ नृत्य क्लब भंडारीसाई, सरायकेला छऊ नृत्य कला केंद्र रंगपुर, जय भादुर कला परिषद, बीनापानी छऊ नृत्य क्लब चौक, शिव शंकर छऊ नृत्य चामारू, श्रीश्री शिव शक्ति छऊ नृत्य कला केंद्र देवगिरि साईं के कलाकारों ने अपनी प्रतिभा दिखाई. निर्णायक कमेटी में पूर्व निदेशक तपन कुमार पटनायक, वरिष्ठ कलाकार बृजेंद्र पटनायक, मनोज कुमार साहू, तरुण कुमार, श्यामापानी व रजत कुमार पटनायक को रखा गया था.
टीम को जौहर दिखाने के लिए 10-12 मिनट का समय
प्रत्येक दल को नृत्य प्रदर्शन के लिए 10 से 12 मिनट का समय दिया गया है. निर्णायक मंडली के निर्णय को अंचल अधिकारी भोला शंकर महतो ने सभी प्रतियोगी दलों के बीच प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले दलों के नाम की घोषणा की.