सरायकेला : कुड़मी जाति को आदिवासी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर 20 सितंबर से नीमडीह रेलवे स्टेशन के पास रेल टेका (रेल रोको) अभियान से पूर्व रेल प्रशासन एवं सरायकेला जिला-प्रशासन द्वारा चाक- चौबंद व्यवस्था की गई. बुधवार की सुबह से ही नीमडीह रेलवे स्टेशन समेत आसपास भारी तादाद में पुलिस और सुरक्षा बल की तैनाती कर पूरे क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई. इस बीच नीमडीह रेलवे स्टेशन पर रेल रोको अनिश्चितकालीन अभियान शुरू होने से पूर्व ही रेल एवं जिला पुलिस प्रशासन द्वारा आंदोलनकारियों को रोक कर आंदोलन रोक दिया गया. इससे पूर्व चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा द्वारा नीमडीह रेलवे स्टेशन और आसपास क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई थी. जिसे देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनाती कर पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. (नीचे भी पढ़ें)
रेल पुलिस के साथ प्रशासनिक टीम रही मौजूद
इस अनिश्चितकालीन रेल रोको अभियान में शामिल आंदोलनकारियों को रोकने के लिए रेल पुलिस के साथ जिला प्रशासन की टीम एवं नीमडीह के थाना प्रभारी तंजील खान के साथ आरपीएफ एवं जीआरपी के पुलिस पदाधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. अहले सुबह से ही पुलिस एवं रेल प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नीमड़ीह रेलवे फाटक से पूर्व रघुनाथपुर – पटमदा सड़क मार्ग पर ही बड़ी संख्या में जुटे आंदोलनकारी महिला एवं पुरुषों को रोक कर उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया. हालांकि इस बीच आंदोलनकारी का जमावड़ा लगातार जारी है. गौरतलब है की कुड़मी जाति को एसटी का दर्जा देने, कुड़माली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने ,कुड़मी- आदिवासी सरना कोड लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर कुड़मी समाज द्वारा अनिश्चितकालीन रेल टेका ( रेल रोको) अभियान की घोषणा बुधवार 20 सितंबर से की गई है.