जमशेदपुर : बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना को धरातल पर उतारने की मांग को लेकर रविवार को एक दिवसीय सत्याग्रह बागबेड़ा बड़ौदा घाट पर किया गया। इसमें जनप्रतिनिधी हिस्सा ले रहे हैं। आगे चलकर और जोरदार आंदोलन करने की भी चेतावनी दी गई है।
2015 में किया गया था शिलान्यास
इस योजना का शिलान्यास 2015 में मुख्यमंत्री के रूप में रघुवर दास की ओर से किया गया था। दो हजार अट्ठारह तक हर घर में इस योजना के तहत पाइप लाइन के जरिए पानी पहुंचा देना था । 2021 हो जाने के बावजूद यह योजना अधर में लटकी हुई है।
जिला पार्षद किशोर यादव कर रहे हैं नेतृत्व
एक दिवसीय सत्याग्रह कार्यक्रम का नेतृत्व में जिला पार्षद किशोर यादव कर रहे हैं। किशोर यादव ने कहा कि 237 करोड़ की लागत से इस योजना में 210 करोड़ खर्च हो चुके हैं। कार्यपालक एजेंसी आईएलएफएस की लापरवाही से आज भी काम अधर में लटका हुआ है । गर्मी के दिनों में पूरे क्षेत्र में पेयजल संकट गहरा जाता है । लोग बूंद-बूंद पानी को तरस जाते हैं । ऐसे में बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना का लाभ जल्द से जल्द मिलना चाहिए। अगर इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाया गया तो मजबूरी में पंचायत प्रतिनिधि उग्र आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे।