Chaibasa : एक शिक्षिका को अश्लील तस्वीरें और मैसेज भेजने और प्रताड़ित करने के आरोप में पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के पूर्व सचिव रामावतार साहू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी तीन सालों से फरार चल रहा था। इस मामले में पीड़िता ने 28 अगस्त 2018 को सदर थाना में एक मामला दर्ज कराया था। पीड़ित शिक्षिका ने पुलिस को दिए अपनी शिकायत में बताया था कि वह चाईबासा स्थित पद्मावती जैन सरस्वती विद्या मंदिर में वर्ष 2002 से सहायक शिक्षिका के रूप में कार्यरत थी। उस विद्यालय के सचिव-सह-विभाग निरीक्षक रामवतार साहू प्रशिक्षण के दौरान अवकाश के समय उसे अपने आवास में बुलाते थे और विद्यालय के विकास से संबंधित जानकारी लिया करते थे। उसी समय उनसे आरोपी ने जी-मेल एकाउण्ट एवं पासवर्ड माँगा था जिसे उन्होंने दे दिया था। उसके बाद राम अवतार साहु अकारण ही बार-बार फोन करने लगे। व्हाट्सएप एवं एसएमएस पर अश्लील वीडियो भेजने लगे। जब पीड़िता ने इसका काफी विरोध किया, तो उन्होंने नौकरी से हटा देने की धमकी दी। पीड़िता ने बताया कि वह एक गरीब परिवार से है और आर्थिक तंगी से गुजर रही थी, जिसके कारण वह चुप रही। इसी दौरान राम अवतार साहू उसके घर पर किसी काम का बहाना बना कर आने लगे और शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करने लगे। इस बात से उसे बहुत बुरा लगा और उसने इसकी शिकायत लिखित रूप में विद्यालय के प्राचार्य से किया। उन्होंने एक मिटिंग बुलाई, जिसमें साहू भी मौजूद थे। सभी के सामने उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की तथा बताया कि आज के बाद ऐसी गलती कभी नहीं करेंगे। इसी बैठक साहू में धोखे से उसका मोबाइल ले लिया और सभी वीडियो तथा मैसेज को डिलीट कर दिया। इसका विरोध करने पर उन्हें जातिसूचक अपशब्द कहा। उसके बाद जब वह 10 अगस्त 2018 को विद्यालय गई तो बायोमेटिक प्रणाली से उसका नाम हटा दिया गया था। अंदर गई तो प्राचार्य ने कहा कि अब आपको उपस्थिति नहीं बनाने दिया जायेगा। पीड़िता की इस शिकायत के आधार पर सदर थाना में रामवतार साहू के विरुद्ध केस दर्ज किया गया था।