सरायकेला-खरसावां : दो दिन बाद 16 फरवरी को शुरू होने वाले वसंत पंचमी एवं सरस्वती पूजा को लेकर बाजारों में धीरे- धीरे चहल- पहल शुरू हो गई है। छात्रों में मां सरस्वती की प्रतिमा को स्थापित करने एवं पंडाल के निर्माण को लेकर काफी उत्साहित हैं । मूर्तिकार भी युद्ध स्तर पर मां सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं । वहीं प्रतिमा पूरी तरह से सज-धज कर अब पंडालों में जाने को तैयार है। छात्र भी पंडालों को आकार देने में जुट गए हैं । कोरोना सरस्वती पूजा की तैयारी पर भी असर डाला है। पिछले वर्ष की तुलना में बाजारों की चहल- पहल थोड़ी फीका है। छात्र पंडालों को ज्यादा आकर्षक बनाने की अपेक्षा इस बार सादगी पूर्वक पूजा मनाने का मन बना रहे हैं । मूर्तिकार भी मानते हैं कि कोरोना का असर इनके व्यवसाय पर भी पड़ा है। मूर्तियों की कीमत तीन सौ से लेकर आठ हजार रुपया तक की है। चांडिल के लेंगडीह में पूजा कमेटी तालाब में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर उसे आकर्षक रूप देने में जुट गए हैं । पूजा को लेकर फल दुकान भी विभिन्न प्रकार के फलों से सज गए हैं ।