सरायकेला-खरसावां : जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के लाल हाट मैदान झाङ़़ुआ कुईडीह मे सरहूल मिलन समारोह का आयोजन किया गया । सरहूल मिलन समारोह मे साल बृक्ष का फूल व डाली का पूजा-अर्चना की गई। आदिवासी मुण्डा सांस्कृतिक दल मुकरूमडीह तमाङ के कलाकारों ने सरहूल नृत्य प्रस्तुत किया । सरहूल मे शिकारी, भगवान विरसा मुण्डा के वेशभूषा पर सरहुल नृत्य प्रस्तुत किया गया । सरहूल मिलन समारोह मे लोगों का हुजुम उमङ पङा । वहीं सरहूल मिलन समारोह मे आजसु नेता हरेलाल महतो, देवेन्द्रनाथ बेसरा सहित कई राजनीतिक और समाजिक कार्यकर्ताओं ने भी शिरकत की। बताया गया की आदिवासी समाज मे सरहूल पूजा के बाद ही नये चावल या नये अनाजों का भोजन बनाया जाता है । पहान कृतिवास सिंह मुण्डा ने बताया की हम प्रकृति के पूजारी हैं । हमलोग साल की डाली और फूल की पूजा करते हैं । खेतों मे जो अनाज होता है उस अनाज का भोजन तब तक वर्जित है जब तक हम सरहूल पूजा नही करते है ।