सरायकेला : प्रखंड के गोविंदपुर गांव में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में 42 वर्षीय किसान मालूराम लोहार की करंट लगने से मौत हो गई. मालूराम खेत में सिंचाई के लिए नदी से पानी लाने के लिए इलेक्ट्रिक पंप चला रहे थे, तभी करंट की चपेट में आकर उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
मालूराम गांव में फर्नीचर निर्माण का काम करते थे और एक मेहनती किसान के रूप में जाने जाते थे. उनकी असामयिक मृत्यु से परिवार पूरी तरह टूट गया है. वे अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बेटों को छोड़ गए हैं. इस हादसे से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है.
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने गांव में जलापूर्ति की बदहाल व्यवस्था पर प्रशासन को आड़े हाथों लिया. उनका कहना है कि यदि नल-जल योजना के अंतर्गत गांव में नियमित जलापूर्ति होती, तो लोगों को नदी से पानी लाने जैसी जोखिमभरी मेहनत नहीं करनी पड़ती. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि योजना सिर्फ कागजों पर चल रही है, जबकि हकीकत में लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
मुआवजा और स्थायी समाधान की मांग
घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मृतक के परिवार को अविलंब मुआवजा और सरकारी सहायता प्रदान की जाए. साथ ही, गांव में नल-जल योजना की तत्काल समीक्षा कर स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए. इसके अलावा, खेतों और ग्रामीण इलाकों में बिजली उपकरणों की सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने की भी मांग की जा रही है.