सरायकेला-खरसावां : जिले में आजादी के 74 साल बीतने के बाद भी बनकटी गांव मूलभूत सुविधा से बंचित है । डांडू से बनकाटी होते हुए हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग को जोड़ने वाली सड़क बड़े-बड़े गड्ढो और कीचड़ में हुई तब्दील हो गया है। बारिश के दिनों गांव में एम्बुलेंस तक नही पहुंच पाती है। राजनगर प्रखंड क्षेत्र के गोविंदपुर पंचायत अंतर्गत बनकाटी गांव के लोग आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। आजादी के 74 साल बाद आज तक इस गांव के दिशा और दशा में सुधार नही हो सका । डांडू गांव से बनकाटी गांव होते हुए हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग से जुड़ती है। वहीं डेढ़ किलोमीटर लंम्बा रास्ता आज तक सड़क नही बनना कालीकरण ना पीसीसी। जिस कारण बारिश के दिनों में इस मार्ग में गाड़ी मोटरसाइकिल तो दूर की बात पैदल चलना भी मुश्किल होता है। मार्ग में बने गड्ढों में पानी जम जाता है और पूरा मार्ग कीचड़मय हो जाता है। यदि इस गांव में कोई बीमार पड़ जाए तो एंबुलेंस भी गांव के अंदर नहीं जा पाती। मजबूरन मरीज को ग्रामीण कंधे पर उठाकर मुख्य मार्ग तक लाते हैं। जहां से एंबुलेंस के द्वारा अस्पताल पहुंचाया जाता है। कई बार ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को इस समस्या से अवगत भी कराया, लेकिन किसी ने अब तक सुधार नही की है ।
ग्रामीण कहते हैं कि चुनाव के वक्त बड़े-बड़े नेता मंत्री गांव में आते हैं और गाँव मे विकास और इस मार्ग में सड़क निर्माण के वादे कर चले जाते हैं। किंतु चुनाव खत्म होते ही सब भूल जाते है।यह कैसी विडंबना है जहां एक ओर ग्रामीण विकास योजना के तहत प्रत्येक सुदूरवर्ती गांव का मुख्य मार्ग से जोड़ा जा रहा है। ऐसे में हमारे बनकटी गांव के मार्ग को नजरअंदाज क्यों किया जा रहा है। हमें और कितने वर्षों तक सड़क बनने का इंतजार करना होगा। वहीं ग्रामीण झारखंड सरकार के कल्याण विभाग एवं जिला प्रशासन से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं।