Seraikela-Kharsawan : झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर लगातार माओवादी सरेंडर कर रहे है। इसी क्रम में रविवार को प्रतिबंधित माओवादी संगठन भाकपा के केंद्रीय कमेटी सदस्य अनल उर्फ रमेश मांझी दस्ता के सदस्य प्रकाश गोप ने सरायकेला- खरसावां पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। प्रकाश गोप ने पहले चांडिल एसडीपीओ संजय सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। इसके बाद उसे एसपी आनंद prakash के समक्ष लाया गया जहाँ खुद एसपी ने पूछताछ की। इसकी जानकारी देते हुए जिले के एसपी आनंद प्रकाश ने बताया कि सरकार की आत्मसमर्पण नीति “नई दिशा” के अंतर्गत जिले में कई नक्सली नक्सलवाद का रास्ता छोड़ कर समाज के मुख्यधारा में लौट आये है। पिछले साल भाकपा माओवादी के एरिया कमांडर राकेश मुंडा एवं चांदनी सरदार उर्फ बुधनी ने सरायकेला- खरसावां पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।
सरेंडर करने वाला नक्सली प्रकाश गोप
पुलिस के बढ़ते दबाव एवं पार्टी के आंतरिक शोषण से परेशां होकर पिछले माह पुनः भाकपा माओवादी संगठन के केंद्रीय कमेटी सदस्य अनल उर्फ रमेश दा उर्फ रमेश माझी की टीम के सक्रिय एरिया कमांडर बैलून सरदार, गाजू उर्फ सूरज सरदार एवं गीता मुंडा ने आत्मसमर्पण किया था। एसपी ने बताया कि प्रकाश गोप मूल रूप से कुचाई का रहने वाला है और उसके खिलाफ कुचाई थाना में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामले दर्ज है। प्रकाश गोप वर्ष 2019 में माओवादी संगठन से जुड़ा था। वह अनल उर्फ रमेश दा उर्फ रमेश माझी के साथ मिलकर बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चूका है।