सरायकेला-खरसावां : चांडिल स्थित पंचदशनामी जूना अखाड़ा साधु बांध मठ में महाप्रभू श्री जगन्नाथ स्वामी, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलराम के साथ मंगलवार आषाढ़ शुक्ल पक्ष दशमी के दिन मौसीबाड़ी से वापस अपने घर पहुंचे। मंगलवार को जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महंत विद्यानंद सरस्वती की देख-रेख में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ महाआरती एवं पूजा अर्चना की गई । पुजारियों और महंतों ने महाप्रभू को भोग लगाया एवं अटका प्रसाद का वितरण किया गया।कोरोना को देखते हुए सरकार के द्वारा जारी गाइड-लाइन के तहत सिर्फ परंपरा का निर्वहन किया गया। कोरोना को देखते इस बार चांडिल बाजार में रथयात्रा के नहीं निकलने पर ग्रामीण मायूस दिखे।
मौके पर ये थे मौजूद
मौके पर महंत इंद्रानंद सरस्वती, दीपू जायसवाल, कार्तिक महतो, नवीन पंसारी, बॉबी जालान, आनंद पंसारी, आशीष कुंडू, मधुसूदन गोराई, प्रबोध उरांव, चीकू खेतान, रामकेवल सिंह, विजय सिंह, मृत्युंजय सोनी आदि शामिल थे।