सरायकेला-खरसावां : आदिवासी कुड़मी समाज की केंद्रीय स्तर पर गूगल मीट के माध्यम से बैठक कर साप्ताहिक अभियान “जंगल जिआउ हमदुमि” सप्ताह का शुभारंभ किया गया। समाज के प्रदेश अध्यक्ष प्रसेनजीत महतो की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में पिछले साल की तरह ही इस साल भी समाज द्वारा पेड़ पौधों को पानी से सींचना, फलदार एवं छायादार पेड़ तथा औषधीय पौधा लगाना और उन्हें संरक्षित करने जैसे कार्य 10 से 16 मई तक जिले सहित पूरे राज्य भर में किए जाएंगे। बैठक में बताया गया कि आज पेड़ पौधों की कमी के वजह से लोगों को कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। एक ओर जहां मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए विकास का झूठा दंभ भरते हुए प्राकृतिक आप सीजन के स्त्रोत पेड़ पौधों को बेतहाशा नष्ट कर रहा है। करोड़ों अरबों रुपए खर्च कर कृत्रिम ऑक्सीजन तैयार करने की जरूरत पड़ रही है। जंगलों की अंधाधुंध कटाई, पहाड़ों की बेतरतीब खुदाई और नदियों का बेहिसाब दोहन करना बंद करना होगा। इसके साथ ही प्रकृति के महत्व को समझना होगा। अन्यथा प्रकृति अपना हिसाब अपने तरीके से लेती रहेगी। प्रदूषण और रेडिएशन की वजह से आज संपूर्ण विश्व 75% पानी से आच्छादित होने के बावजूद भी लोग स्वच्छ पानी और शुद्ध हवा के लिए तरस रहे हैं। यही हाल रहा तो कहीं ऐसा दिन भी ना देखना पड़े कि स्वस्थ भोजन के लिए भी कृत्रिम उपाय करना पड़े। प्रकृति आराधक आदिवासी कुड़मी समाज समूचे विश्व से पेड़ पौधों के महत्व को समझने की अपील करती है। पेड़ पौधे है तो जीवन है, क्योंकि इन्हीं से ऑक्सीजन युक्त शुद्ध वायु और पेयजल योग्य वर्षा की प्राप्ति संभव है। इसके लिए जंगल पहाड़ और नदियों को संरक्षित किया जाना अत्यंत आवश्यक है। और सभी को स्वच्छ पर्यावरण एवं स्वस्थ जीवन के लिए सहभागी बनना होगा। समाज से अपील की गई कि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए जंगल जिआउ हमदुमि यानी जंगल को जीवित रखना है, अभियान को वृहद स्तर पर सफल बना कर दुनिया को एक क्रांतिकारी संदेश देने का काम करें।
मौके पर ये थे मौजूद
ऑनलाइन बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रमोहन महतो, केंद्रीय सह सचिव जयराम महतो, रूपलाल महतो, असम कुड़माली साहित्य सभा के सुरेश कुड़मी एवं जिलों से प्रकाश महतो, निताई महतो, उमेश महतो, नंदकिशोर महतो, गणेश महतो, शशिभूषण महतो, बुद्धेश्वर महतो, बलराम महतो, सुकदेव महतो, भूपेंद्रनाथ महतो, खुशबू महतो, जानकीराम महतो, राज महतो, प्रवीण महतो, कृतिवास महतो एवं अजीत महतो आदि उपस्थित थे।