सरायकेला- खरसावां : जिले के बिरिगोड़ा स्थित जामडीह में 24 मई को दलमा पहाड़ पर होने सेंदरा को लेकर दलमा वन देवी की पूजा अर्चना की गई। रविवार को दलमा बुरु सेंदरा दिशुआ समिति के नेतृत्व में आदिवासी समुदाय ने जामडीह में शिकार करने के पहले पुजारी के द्वारा दलमा वन देवी की पूजा अर्चना की गई तथा बकरी एवं मुर्गी की बलि दी गई। ढोल- नागड़ा के साथ लोगों ने आनंद मनाया तथा शस्त्रों की भी पूजा अर्चना की। 24 मई की अहले सुबह लोग शिकार करने दलमा मे प्रवेश करेंगे। तथा देर शाम लौटेंगे। दलमा बुरु सेंदरा दिशुआ समिति के अध्यक्ष फकीर चंद्र सोरेन ने बताया कि 24 मई को कोविड गाइड-लाइन का पालन करते हुए दलमा पहाड़ में सांकेतिक तौर पर
परम्परागत शिकार किया जाएगा। इस वर्ष कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन का अनुपालन करते हुए दलमा में सांकेतिक तौर पर शिकार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि समिति के तीन – चार सदस्य पारंपरिक तरीके से दलमा के जंगल में जाएंगे और तुरंत लौट आएंगे। परंपरा को बचाए रखने के उद्देश्य से केवल औपचारिकता पूरी की जाएगी। फकीर सोरेन ने सभी आदिवासी संगठनों से अपील किया है कि शिकार में भाग नहीं लेंगे और अपने घरों में रहेंगे।इधर, सोमवार को दलमा में होने वाले शिकार को रोकने को लेकर वन विभाग भी चुस्त है। जगह- जगह चेकनाका लगाया गया है। चांडिल पुलिस ने भी दलमा किनारे स्थित गांव में विधि व्यवस्था की जानकारी ली।