JHARKHAND NEWS : झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन 11 जनवरी को पूरे 80 साल के हो गए हैं. उनका जन्म 11 जनवरी 1944 को रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में हुई थी. शिबू सोरेन के बचपन का नाम शिवलाल था. बाद में उनका नाम शिबू सोरेन हो गया.
शिबू सोरेन के पिता का नाम सोबरन सोरेन था. पत्नी का नाम रुपी सोरेन है. उनके पिता की हत्या महाजनों ने 27 नवंबर 1957 को कर दी थी. इसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी और महाजनों के विरोध में आंदोलन शुरू कर दिया था.
उनके गांव का नाम है गोला
शिबू सोरेन जिस गांव में रहते थे उसका नाम था गोला. उस समय आंदोलन के दौरान उन्होंने सोनोत संताल समाज का गठन भी किया था.
1973 में किया था झामुमो का गठन
शिबू सोरेन ने 1973 में झामुमो का गठन किया था. तब विनोद बिहारी महतो अध्यक्ष हुआ करते थे और शिबू सोरेन सचिव के पद पर थे. विनोद महतो के अलग होने के बाद निर्मल महतो को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था. निर्मल महतो की हत्या के बाद शिबू सोरेन खुद अध्यक्ष बने.
1975 में शिबू सोरेन गए थे जेल
1975 में शिबू सोरेन को जेल जाना पड़ा था. इसके बाद पूर्व पीएम स्व. इंदिरा गांधी की पहल पर शिबू सोरेन की रिहाई हुई थी. इसके ठीक बाद 1977 में उन्होंने टुंडू विधानसभा से चुनाव लड़ा था. तब हार गए थे.
1980 में लड़ा था सांसद चुनाव
शिबू सोरेन ने 1980 में दुमका से सांसद चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल हुई थी. 1993 में पीबी नरसिंहा राव की सरकार के समय शिबू सोरेन को जेल जाना पड़ा था.
2005 में बने थे सीएम
शिबू सोरेन 2 मार्च 2005 में झारखंड के सीएम बने थे. उसके बाद केंद्रीय कोयला मंत्री भी बनाए गए थे. 27 अगस्त 2008 को शिबू सोरेन फिर झारखंड के सीएम बने थे. इस बार चुनाव के समय तमाड़ में राजा पीटर से हार जाने के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. 30 दिसंबर 2009 में शिबू सोरेन तीसरी बार सीएम बने थे, लेकिन 2010 में सरकार के गिर जाने से उन्हें कुर्सी पर से हटना पड़ा था. 2014 में वे सांसद बने थे, लेकिन 2019 में वे दुमका से चुनाव हार गए.