जमशेदपुर : कौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने पांच सिंह साहिबान द्वारा अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल एवं पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ लिए गए कठोर निर्णय का स्वागत किया है. अधिवक्ता कुलविंदर सिंह के अनुसार श्री अकाल तख्त साहब के स्थापना के 418 वर्ष पर पांच सिंह साहिबान जत्थेदारों ने सोमवार के फैसले से साबित किया है कि श्री अकाल तख्त महान है और सिख पंथ की शान है. बड़े से बड़े व्यक्ति यदि कौम और पंथ के प्रति दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ फैसला लेने में किसी प्रकार की नरमी नहीं बरती जाती है. कौम के जत्थेदारों के फैसले ने प्रत्येक सिख का शीश गर्व से ऊंचा एवं सीना चौड़ा कर दिया है.
बाबा राम रहीम को माफीनामा देकर जिन जत्थेदारों ने गलती की थी उन्हें भी बख्शा नहीं किया है. इस फैसले ने जत्थेदार साहिब को नई ऊर्जा एवं ताकत दी है कि दुनियावी ताकत के आगे नहीं झुकना है और फैसले लेने में संकोच नहीं करना है. वहीं अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह एवं पांच सिंह साहिबान से आग्रह किया है कि इसी तरह तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधक कमेटी एवं सिंह साहिबान के खिलाफ कठोर निर्णय लेने की जरूरत है. पिछले तीन सालों से संगत यहां प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी का ड्रामा देख रही है. वे अपने राजनीतिक दलों के रसूख पर माहौल खराब किए हुए हैं. वह नया चुनाव नहीं होने देने के लिए आपस में नूरा कुश्ती करके संगत को भ्रमित कर रहे हैं. तख्त श्री हरमंदिर साहिब जी के जत्थेदार को श्री अकाल तख्त साहिब के तत्कालीन कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कुछ जिम्मेवारी दे रखी है जिसको अभी तक निभाया नहीं गया है. उसका अविलंब पालन करने की जरूरत है.