Home » जमशेदपुर : रघुवर नगर में वर्चस्व की आंच पहुंची सिदगोड़ा सूर्य मंदिर, वर्तमान व पूर्व विधायकों का गुट आमने-सामने, एक डीसी को व दूसरा एसडीओ को सौंपा ज्ञापन, सियासी हलको में चर्चा-आगे और भी हैं कई मुद्दे
जमशेदपुर : रघुवर नगर में वर्चस्व की आंच पहुंची सिदगोड़ा सूर्य मंदिर, वर्तमान व पूर्व विधायकों का गुट आमने-सामने, एक डीसी को व दूसरा एसडीओ को सौंपा ज्ञापन, सियासी हलको में चर्चा-आगे और भी हैं कई मुद्दे
जमशेदपुर : रघुवर नगर में वर्चस्व की आंच अभी थमी भी नहीं थी कि इसकी लफ्टें सिदगोड़ा सूर्य मंदिर तक पहुंच गई है। सियासी हलको में तो यह भी चर्चा है कि अभी तो तो यह मात्र ट्रेलर ही है। अब आगे देखिए क्या-क्या होता है। वर्चस्व की लड़ाई में वर्तमान विधायक और पूर्व विधायक आमने-सामने हैं। जहां सूर्य मंदिर कमेटी का एक गुट शनिवार को डीसी को ज्ञापन सौंपा है वहीं और दूसरा गुट एसडीओ तक पहुंचा और एक-दूसरे की शिकायत की।
डीसी को ज्ञापन सौंपकर कहा गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे
मंदिर कमेटी का एक गुट भाजपा के जिला अध्यक्ष गुंजन यादव और कमेटी का अध्यक्ष संजीव सिंह के नेतृत्व में डीसी से मिले और कहा कि असामाजिक तत्वों ने पार्क में तालाबंदी करके गुंडागर्दी की है। इन गुंडों को एक राजनीतिक पार्टी का संरक्षण प्राप्त है। गुंजन यादव ने कहा कि धर्म और आस्था को चोट पहुंचाने का काम किया गया है। ओछी राजनीति करके शहर को अशांत करने का प्रयास किया गया है। कमेटी के अध्यक्ष संजीव सिंह का कहना है कि शुक्रवार को पूजारियों और भक्तों के साथ गाली-ग्लौज करके गुंडागर्दी का परिचय भी असामाजिक तत्वों ने दिया है। संजीव ने कहा कि इन्हें पूर्व सीएम का संरक्षण प्राप्त है। इसके पहले कमेटी के लोग पैदल मार्च करते हुए डीसी ऑफिस पहुंचे थे।
दूसरा गुट ने कहा चिल्ड्रेन पार्क को बना दिया है व्यवसाय
दूसरे गुट की ओर से शनिवार को मंदिर कमेटी के वरीय उपाध्यक्ष संजीव आचार्य के नेतृत्व में एसडीओ को ज्ञापन सौंपा गया है। संजीव आचार्य ने कहा कि चिल्ड्रन पार्क को 25 सालों से व्यवसाय बनाकर रख दिया गया है। पार्क को दूसरे जगह पर शिफ्ट करने का काम करीब 80 प्रतिशत हो चुका है और इसे लोगों के लिए खोल दिया गया है। इसके एवज में 5 रुपये शुल्क भी लिया जा रहा है। संजीव ने कहा कि इसके पीछे कौन हैं इसकी जांच होनी चाहिए। शनिवार को विरोधी गुट के लोगों ने कैसे भीड़ जुटाकर ज्ञापन सौंपा है। पूरे मामले में 48 घंटे का समय संजीव आचार्य ने जिला प्रशासन को दिया है।