जमशेदपुर।
ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 1984 नरसंहार के पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की मांग की है.
सतनाम सिंह गंभीर ने कहा की वर्ष 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश भर में सिखों का सामूहिक कत्लेआम हुआ था.
इस घटना को सिख समाज आज तक नहीं भूला है.
इसी क्रम में मंगलवार को सिख कत्लेआम के दोषियों के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रही संस्था ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन ने उक्त घटना की 38वीं वर्षगांठ के मौके पर नरसंहार को याद किया.
फेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने कहा कि ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन हर साल पूरी दुनियां में सिख कौम के साथ हुई बेइंसाफी की आवाज़ बुलंद करती रही है.
गंभीर ने कहा कि 38 वर्ष बीत जाने के बाद भी इंसाफ न मिलना सिखों को यह अहसास कराता है मानो वे भारत के नागरिक ही नहीं हैं.
मानगो गुरुद्वारा कमेटी के पूर्व अध्यक्ष इंदर सिंह इंदर ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ रही सरकारों का रवैया हमें अपने ही देश में बेगानगी का अहसास कराता है.
अमरजीत सिंह भामरा ने कहा अब तो केंद्र में भाजपा की सरकार है. उसे चाहिए कि वह सिखों को इंसाफ दे.