जमशेदपुर।
चक्रधरपुर और रांची रेल मंडल के सांसदों की डिवीजनल मीट में गुरुवार को दक्षिण पूर्व रेल जोन की महाप्रबंधक अर्चना जोशी सांसदों से मिली. सांसदों ने अपने इलाके की जनता की सुविधा के लिये डिमांड की. समस्याओं को भी जोरदार ढंग से उठाया. रांची, पश्चिम सिंहभूम और चतरा के सांसद ने रेलवे जीएम से कई डिमांड की है.
सांसद विद्युत ने बैठक में उठाया कांड्रा नामकुम नई लाइन बिछाने का मुद्दा, रेल जीएम ने दिया आश्वासन-सर्वे रिपोर्ट की समिक्षा कर होगा काम
सांसद विद्युतवरण महतो ने कांड्रा-नामकुम रेलमार्ग का मुद्दा उठाया. इसके लिए दो वर्ष पूर्व दक्षिण पूर्व जोन ने सर्वे भी कराया था. नए मार्ग के लिए स्टेशन का नाम तक तय हुआ था, लेकिन फिर योजना पर काम शुरू नहीं हुआ. गुरुवार को सांसद ने मंडल स्तरीय बैठक के दौरान यह मुद्दा उठाकर कांड्रा नामकुम रेललाइन पर अद्यतन स्थिति पर जानकारी मांगी है. बातचीत के दौरान चतरा के सांसद सुनील सिंह ने भी ट्रेन सेवा में समय की समस्या को उठाया. उन्होंने कहा कि रोड से ढाई घंटे व ट्रेन से साढ़े पांच घंटे लगते हैं. सांसद के अनुसार रेल जीएम अर्चना जोशी ने योजना की सर्वे रिपोर्ट की समीक्षा कर काम शुरू कराने का आश्वासन दिया है. रेल जीएम ने बताया कि जो भी होगा टेंडर के माध्यम से जल्द होगा. मालूम हो कि, कांड्रा नामकुम लाइन बिछने से टाटा रांची की दूरी 45 किमी तक कम हो जाएगी. इसके अलावा चांडिल से पटमदा, काटिन, बांदवान होकर झाड़ग्राम व बहरागोड़ा गुरुमहिसानी से बांगडीपोसी रेल लाइन का मुद्दा उठाया गया, हालांकि छोटानागपुर पैसेंजर एसोसिएशन वर्षों से कांड्रा नामकुम नई लाइन का मुद्दा उठा रही है. टाटा-रांची की दूरी कम करने के लिए सिल्ली इलू नई लाइन का सर्वे रेलवे बोर्ड ने कराया था. सर्वे रिपोर्ट पर रेलवे समीक्षा कर रहा है. सांसद द्वारा कांड्रा नामकुम लाइन का मुद्दा उठाने और रेल जीएम के आश्वासन से जल्द काम शुरू होने की उम्मीद है.
रेलवे की मनमानी नहीं चलेगी, मालगाड़ी नहीं यात्री ट्रेन चलाएं-सांसद गीता कोड़ा
पश्चिम सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा ने यहां मजबूती से अपनी बातों को रखा. इस दौरान सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि वे गरीब इलाके से आते है. वहां से सिर्फ मालगाड़ी की ढुलाई होती है. यात्रियों की सुविधा के लिए कोई इंतजाम नहीं होता है. रेलवे की ये मनमानी नहीं चलेगी. सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि कोरोना के पहले जितनी ट्रेनों का ठहराव वहां होता था, उसको पहले शुरू करा दिया जाये. इसके बाद ऐसे इलाकों से ट्रेनें शुरू करायी जाये, जहां से यात्री चढ़ते है. उन्होंने कहा कि राजधानी का टिकट का डांगवापोशी जैसे स्थान पर कोटा दे दिया गया है, जबकि चाईबासा से लोग जाना चाहते है तो वहां कोटा कम है. इस तरह का काम करने से तो मुश्किल होगा. जीएम ने कहा कि इन सारे मसलों पर वे बात करेंगी और सही रास्ता निकालेंगी.
टाटा रांची के बीच रेल सेवा शुरू करने पर दिया जोर-सांसद संजय सेठ
रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा कि रांची रेल डिवीजन में रेलवे ट्रेक की संख्या बढ़ाने की जरूरत है. मुरी बरकाकाना, मुरी चांडिल, रांची लोहरदगा में रेल लाइन का दोहरीकरण किया जाये. रांची से टाटा के बीच नयी व्यवस्था की तलाश की जाये ताकि यात्री ट्रेन से सफर कर सके, क्योंकि यात्री ट्रेन में पांच घंटे का समय लगता है, जबकि सड़क मार्ग से आदमी ढाई घंटे में पहुंच जाता है. कम समय में आदमी पहुंच जाये, यह कोशिश होनी चाहिए. रांची के पिस्का स्टेशन को अपग्रेड किया जाये. रांची स्टेशन को 250 करोड़ से बेहतर बनाने का जो काम शुरू किया गया है, इसके लिए रेलवे प्रबंधन की उन्होंने तारीफ की. राउरकेला से चलने वाली जयनगर ट्रेन और एल्लेपी ट्रेन में कोटा ज्यादा दिया जाये ताकि यात्री सफर कर सके. रांची नयी दिल्ली राजधानी में तेजस का रैक लगायी जाये. स्टेशन पर पानी का उत्तम इंतजाम हो. रांची से शताब्दी और जनशताब्दी की जगह वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन शुरू किया जाये. रांची में पर्यटन को देखते हुए विस्टा डोम कोच वाली ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जाये. हाई स्पीड ट्रेनों से रांची को जोड़ा जाये. चांडिल के 7 और 8 के बीच 7.5 मीटर का अंडरपास बनाया जाये. मानीकुई रेलवे स्टेशन को बाबनडीह स्टेट हाईवे से कनेक्ट करने के लिए सड़क बनायी जाये. चांडिल स्टेशन पर हटिया हावड़ा क्रिया योगा एक्सप्रेस, छपरा टाटानगर, रांची हावड़ा, आसनसोल टाटानगर, नयी दिल्ली पुरी और दक्षिण बिहार एक्सप्रेस का ठहराव किया जाये.
गोड्डा से राजमहल को रांची से जोड़ा जाये -सांसद सुनील सिंह
चतरा के सांसद सुनील सिंह ने कहा कि गढ़वा, पलामू, लातेहार तक के रेलवे रलाइन को दुरुस्त किया जाये और ट्रेनों का परिचालन बढ़ाया जाये. गोड्डा से राजमहल को रांची से जोड़ा जाये ताकि लोगों को किसी तरह का दिक्कत नहीं हो. पुणे अहमदाबाद को शुरू किया जाये और इसका विस्तार भी किया जाये. रांची से सारे ट्रेनों को चतरा के आसपास के सारे जिलों में जोड़ने की कवायद की जानी चाहिए. लोगों को लाने ले जाने के लिए वनोपज ले जाने के लिए भी ट्रेनों में विशेष इंतजाम किया जाये.