जमशेदपुर।
जमशेदपुर कोर्ट में विशेष अनुसंधान अभियोजन इकाई (सीपू) के कार्यालय का उद्घाटन जमशेदपुर कोर्ट परिसर में किया गया. कार्यालय का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनील कुमार मिश्रा और एसएसपी प्रभात कुमार ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया. इस मौके पर जमशेदपुर न्यायालय के जज और बार काउंसिल के पदाधिकारी के अलावा पुलिस कर्मी मौजूद रहे. यह विभाग खोलने का उद्देश्य लंबित कांडों के शीघ्र निष्पादन, बेहतर अनुसंधान और ज्यादा से ज्यादा अपराधियों को सजा दिलाना है.
कार्यालय के खुलने से ज्यादा से ज्यादा अपराधियों को सजा दिलाई जा सकेगी. इस इकाई का मूल काम अनुसंधान में गुणात्मक सुधार लाना तथा अपराधियों को अधिक से अधिक सजा सुनिश्चित कराना है.
एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि प्रत्येक थाने का एक-एक पदाधिकारी यहां का कोर्ट नोडल पदाधिकारी होगा, जो न्यायालय संबंधित सभी तरह के कार्य का निपटारा करेंगे. वह संबंधित लोक अभियोजक से समन्वय कर गवाहों का ससमय उपस्थित कराने, अभियोजन के बाद उसके फलाफल की जानकारी संबंधित पदाधिकारियों को देने, सजायाफ्ता या रिहा होने वाले अपराधियों पर उचित निरोधात्मक कार्रवाई के लिए संबंधित पदाधिकारियों को सूचित करने तथा संबंधित मालखाना के नमूनों का ससमय निष्पादन में सहयोग करेगा. सभी कोर्ट नोडल अधिकारी संबंधित जिले के कोर्ट अफसर के अधीन काम करेंगे.
सभी थाने में लंबित कांडों के अनुसार विशेष अनुसंधान पदाधिकारी नियुक्त होंगे, जो अनुसंधान के अलावा विशेष परिस्थिति में एसपी की विशेष अनुमति से ही विधि व्यवस्था के काम में लगाए जाएंगे. राज्य स्तर पर अभियोजन में विफल कांडों की समीक्षा करते हुए विफलता के कारणों को चिन्हित कर पदाधिकारियों एवं अभियोजकों की जिम्मेवारी निर्धारित कर उचित कार्रवाई के लिए राज्य स्तरीय स्टैंडिंग कमेटी फॉर क्रिमिनल प्रॉसिक्यूशन को अनुशंसा के लिए भेजा जाएग.