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अवैध शराब के खिलाफ खुद एसएसपी ने संभाला मोर्चा
शहर के सीतारामडेरा के उरांव बस्ती में अवैध शराब व नशीले पदार्थों की बिक्री से पुलिस प्रशासन पूरी तरह से परेशान हैं. यहां पर सालों से यह धंधा बदस्तुर चल रहा है. हालाकि नए थाना प्रभारी भूषण कुमार के आने के बाद इसपर लगाम लगाने की कोशिश ज्यादा ही की जा रही है. वहीं बस्ती के लोगों का कहना है कि पुलिस की मिली-भगत से ही धंधा चलता है. अब धंधे के खिलाफ खुद एएसपी प्रभात कुमार मोर्चा संभाल चुके हैं. हर हाल में वे बस्ती के लोगों की दशा और दिशा को बदलने की योजना बनाए हुए हैं. इसी क्रम में उन्होंने बस्ती में रात को अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने की कोशिश की.
जमशेदपुर : शहर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र में उरांव बस्ती में अवैध शराब बिक्री और इसका सेवन करनेवाले लोगों की बढ़ती संख्या पर लगाम लगाने के लिए एसएसपी प्रभात कुमार खुद ही अब मोर्चा संभाल चुके हैं. इसमें एसडीओ पीयूष सिन्हा भी सहयोग कर रहे हैं. अभी शुरूआत मे एसएसपी चाह रहे हैं कि लोग उनकी बातों को समझें और रोजगार के लिए दूसरा रास्ता अख्तियार करें अन्यथा आगे चलकर और सख्त कदम उठाया जा सकता है. एसएसपी के इस पहल की पूरे शहर में ही चर्चा हो रही है.
पुलिस कप्तान प्रभात कुमार सोमवार रात के 11 बजे के बाद सीतारामडेरा उरांव बस्ती में पहुंचे हुए थे. साथ में वहां के उत्पाद विभाग के कमीश्नर और थाना प्रभारी भूषण कुमार भी मौजूद थे. शराब के खिलाफ सख्ती बरतने के कारण ही दो दिनों पूर्व रात के समय थाने का घेराव कर दिया गया था. घटना की पल-पल की जानकारी एसएसपी को दी गयी थी. इसके बाद ही एसएसपी ने अपने स्तर से इस तरह का अभियान चलाया.
लोगों को किया गया जागरूक
एसएसपी प्रभात कुमार की ओर से सीतारामडेरा थाना क्षेत्र में रहनेवाली बस्ती के लोगों को जागरूक करने का काम किया गया. उन्हें कहा गया कि पुलिस उनके साथ है. वे अवैध शराब का धंधा और इसका सेवन बिल्कुल ही बंद कर दें. इसका प्रभाव परिवार पर भी पड़ता है.
रोजगार के लिए सही रास्ता चुने
एसएसपी ने लोगों से कहा कि वे रोजगार के लिए कोई दूसरा रास्ता चुने. यह रास्ता बिल्कुल सही नहीं है. अभिभावकों से कहा कि वे बच्चों को पढ़ाएं और खुद कमाएं. अपने बच्चों को भी इस नर्क से दूर ही रहने दें.
क्यों बस्ती में पहुंचे थे एसएसपी
एसएसपी सीतारामडेरा के बस्तियों में इस कारण से पहुंचे थे क्योंकि इस क्षेत्र की बस्तियों में आए दिन छापेमारी कर अवैध शराब, गांजा बिक्री, ब्राउन शुगर बिक्री के मामले सामने आते रहते हैं. पुलिस अवैध कारोबारियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजती है.
सरकारी योजना का लाभ उठाएं
एसएसपी ने उरांव बस्ती के लोगों से कहा कि वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं. सरकार की ओर से कई योजनाएं चल रही है. इसको लेकर एक कैंप भी लगाने का काम किया जाएगा. कैंप लगाकर लोगों को मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा. बावजूद लोग नहीं मानें तो लगातार छापेमारी की जाएगी. पुलिस यह चाहती है कि शांति भी बनी रहे और विरोध भी नहीं हो.
बस्ती के लोगों ने कहा- पुलिस की मिली-भगत
इधर बस्ती के लोगों ने कैमरे के सामने कहा कि पुलिस की मिली-भगत से ही अवैध धंधे का कारोबार होता है. अगर पुलिस चाह ले तो अवैध कारोबार बंद हो सकता है.
दिन में एनाउंसमेंट और रात को छापेमारी
इधर पिछले तीन दिनों से दिन में बस्ती के लोगों को एनाउंसमेंट कर अवैध शराब बिक्री बंद करने की अपील की जा रही है. इसके बाद रात को छापेमारी की जा रही है. पिछले एक सप्ताह की बात करें तो 8 लोगों को अवैध कारोबार में जेल भेजा जा चुका है.
बस्ती में शिक्षा का अभाव है. शिक्षा का अभाव के कारण ही लोग रोजगार का सही रास्ता नहीं चुन पा रहे हैं. कैंप लगाकर लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने की योजना बनायी गई है. उरांव बस्ती के लोगों को अवैध कारोबार को छोड़कर सही रास्ता अख्तियार करने की जरूरत है. ऐसा करके ही बेहतर समाज का वे निर्माण कर सकते हैं.