जमशेदपुर : गोविंदपुर थाना क्षेत्र के कर्पूरी पार्क का रहनेवाला सूरज यादव जमशेदपुर में अपराध की दुनिया में उभरना चाहता है. वह इस क्षेत्र में अपना दबदबा बनाने के लिये आया हुआ है. इसके पहले भी उसपर तीन मामले दर्ज हैं, लेकिन हत्या की घटना को उसने पहली बार अंजाम दिया है. गोविंदपुर और इसके आस-पास के इलाके में सूरज जमीन का कारोबार करता है और अपनी दबंगई से लोगों को अवगत कराता रहता है.
अश्वनी के बारे में बताया जा रहा है कि वह सूरज के लिये रोड़ा बन रहा था. इसी को ध्यान में रखते हुये सूरज यादव ने अश्वनी को अपने रास्ते से हटा दिया. जमीन कारोबार की बात करें तो सूरज ही अकेला गोविंदपुर इलाके में नहीं है बल्कि अन्य कई हैं जो अपनी पहचान बनाये हुये हैं.
दीपक को साथ ले गया था सूरज
अश्वनी की हत्या करने के लिये सूरज अपने साथ दीपक को भी साथ में लेकर गया था. लोगों का कहना है कि बाइक दीपक चला रहा था, लेकिन सूरज ने गोली चलायी थी.
आरोपी राजू है सूरज का मामा
आरोपी राजू की बात करें तो वह सूरज यादव का मामा है. वह घटना के समय नहीं था, लेकिन उसका नाम भी मामले में दिया गया है. इसके अलावा इंदू कुड़ा और नवीन कुमार के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
जल्द खुलासा कर सकती है पुलिस
अश्वनी हत्याकांड का खुलासा जमशेदपुर की पुलिस टीम जल्द ही कर सकती है. सभी आरोपियों की टोह पुलिस मोबाइल लोकेशन से ले रही है. इसमें कुछ आरोपी तो शहर में ही हैं तो कुछ शहर से बाहर भागे हुये हैं. मामले का मास्टर माइंड सूरज यादव की तलाश पुलिस बड़ी सरगर्मी से कर रही है.
सुधीर दुबे गैंग का है सूरज
सूरज यादव मुख्य रूप से सुधीर दुबे गैंग से जुड़ा हुआ है. करीबी सूत्रों का कहना है कि सुधीर दुबे के संपर्क में सूरज बराबर रहता है. फिलहाल सुधीर शहर के बाहर है, लेकिन पूरी आपराधिक गतिविधियों की जानकारी सूरज ही देता है.
कोर्ट के बाहर फायरिंग का भी है आरोपी
सूरज यादव की बात करें तो उसके खिलाफ जमशेदपुर के सीविल कोर्ट के बाहर फायरिंग करने के मामले में भी सीतारामडेरा और गोलमुरी थाने में मामला दर्ज कराया गया था. घटना के बाद से ही सूरज फरार चल रहा है. फरारी के दौरान भी वह शहर में रह रहा है, लेकिन पुलिस उसतक नहीं पहुंच पा रही है.