जमशेदपुर : आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम अब बुरी तरह से फंसते जा रहे हैं. सर्किट हाउस स्थित दो आवासों को मंगलवार को कोर्ट के आदेश पर सील कर दिया गया है. सील करते समय आवास पर कोई नहीं था. पहले से ही यह आवास बंद पड़ा हुआ था. आवास सील करने का काम मजिस्ट्रेट और कोर्ट के नाजिर की मौजूदगी में किया गया.
2014 में एरिगेशन डिपार्टमेंट की ओर से किया गया था एफआइआर
वर्ष 2014 में एरिगेशन डिपार्टमेंट कॉयल इंजीनियरिंग के अनुप कुमार ने 2016 में जारी (एक्यूक्यूशन) केस कोर्ट में किया था. इस केस में 13.84 लाख रुपये के गबन करने का आरोप लगाया गया था. केस के माध्यम से रुपये की रिकवरी की मांग की गयी थी.
एसीजेएम की कोर्ट ने दिया आवास सील करने का आदेश
पूरा मामला एसीजेएम चंद्रभानु सिंह की अदालत में चल रहा था. अदालत ने ही ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम का बिष्टूपुर के सर्किट हाउस स्थित सीइ-वन और सीइ-टू आवास को सील करने का आदेश दिया था. उसी के आलोक में मंगलवार को दोनों आवासों को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सील कर दिया गया.
900 करोड़ से भी ज्यादा के मालिक हैं वीरेंद्र राम
वीरेंद्र राम को गिरफ्तार करने के बाद जब इडी की ओर से फरवरी 2023 में पूछताछ की गयी थी, तब इडी को पता चला था कि वे 900 करोड़ रुपये से भी ज्यादा के संपति के मालिक हैं. उनके दर्जनों ठिकाने पर इडी की ओर स पूर्व में छापेमारी की जा रही है. बताया जा रहा है कि अबतक 39 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की संपति इडी की ओर से जब्त की गयी है.
फिलहाल होटवार जेल में बंद हैं वीरेंद्र राम
वीरेंद्र राम की बात करें तो फिलहाल वे रांची के होटवार जेल में बंद हैं. इडी ने वीरेंद्र राम की करीब 39 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त किया है. बताया जा रहा है कि दिल्ली, रांची, बिहार आवासों को सील करने की कार्रवाई चल रही है. इधर मानगो ग्रीन वाटिका में स्थित डुप्लेक्स को भी सील किया गया है.