जमशेदपुर : झारखंड थैलेसीमिया विकलांग मंच की ओर से रविवार को सोनारी के दोमुहानी में जागरूकता शिविर सह मिलन समारोह का आयोजन किया गया। मौकेपर मुख्य अतिथि के रूप में राज्य नि: शक्तता आयुक्त सतीश चंद्रा मौजूद थे। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय कोच अवतार सिंह, टीएसआरडीएस के कुमार गौरव, झारखंड विकलांग मंच के अध्यक्ष अरूण कुमार सिंह, झारखंड थैलेसीमिया विकलांग मंच के प्रदेश अध्यक्ष शेख अहमद अमन, राज्य नि: शक्तता आयुक्त कार्यालय की राखी तिवारी, साहेबगंज की डीसीपीओ पूनम कुमारी, पाकुड़ की चाईल्ड प्रोटेक्शन अधिकारी शमा, ग्रेजुएट कॉलेज बीसीओ के विभागाध्यक्ष डॉ. विषेश्वर यादव, जैनुद्दीन, नरेंद्र कुमार आदि मौैजूद थे।
गर्भावस्था के पहले जांच कराएं
नि: शक्तता आयुक्त सतीश चंद्रा ने जागरूकता शिविर में कहा कि किसी भी महिला को गर्भावस्था के पहले और बाद में जांच करानी चाहिए। जांच कराकर ही विकलांगता को समाप्त किया जा सकता है। इसके लिए जो भी जरूरी सावधानियां हैं उसपर अमल करने की जरूरत है। इसके बाद ही स्वस्थ भारत की परिकल्पना की जा सकती है। थैलेसीमिया पीड़ित को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अगले कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव आएगा। इसमें वित्तीय अनुदान मिलेगा। इससे स्वरोजगार भी उत्पन्न होगा। दवा भी नि: शुल्क मिलेगा। आयुक्त ने कहा कि दिव्यांग युवती या महिलाओं से छेड़खानी करने वाले को जेल भेजने का प्रावधान है।