जमशेदपुर : सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के छायानगर के टकलू लोहार की हत्या कहीं गैंगवार का तो नतिजा नहीं है. जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है उसके हिसाब से सीन कुछ उसी तरह का क्रिएट हो रहा है. घटना का प्रत्यक्षदर्शी मानस नामता है. मानस नामता ही पूरे मामले का उद्भेदन कर सकता है.
टकलू लोहार अभी तीन माह पहले ही जमानत पर छूटकर जेल से बाहर आया था. वह सोनारी में पूर्व में हुए रंजीत साव उर्फ टिंकू साव हत्याकांड में जेल में बंद था. रंजीत की हत्या जुलाई 2022 में हुई थी. उसके जेल से बाहर आने के बाद विरोधी उसकी रेकी कर रहे थे.
माशूक मनीष का हाथ तो नहीं
पूरे मामले में माशूक मनीष, अभिजीत मंडल उर्फ कांडी और सौरभ दलाई का नाम सामने आ रहा है. पुलिस तीनों की तलाश में जुटी हुई है.
सूरज और मानस की निशानदही पर काम कर रही पुलिस
टकलू लोहार को जब गोली मारी गई थी, तब उसका साथी सूरज और मानस भी वहीं पर था. इस कारण से पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है. मानस के हाथ को छूकर गोली निकल गई थी, लेकिन अब वह बिल्कुल ठीक-ठीक हालत में है. हो सकता है पुलिस मामले का पटाक्षेप जल्द ही कर दे.
दिन-दहाड़े की गई थी टकलू की हत्या
टकलू लोहार की हत्या गुरुवार की शाम को दिन-दहाड़े कर दी गई थी. घटना जहां पर हुई थी उसके ठीक पास में ही पीसीआर की टीम भी थी. इसके पहले भी मानगो में कुछ इसी तरह की घटना घटित हुई थी. तब टाईगर मोबाइल का जवान ने विरोध किया था. इसपर उसकी भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
शव भेजा गया पोस्टमार्टम
टकलू लोहार के शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. टकलू की उम्र 35 साल है और उसके घर में पत्नी के अलावा चार बच्चे भी हैं. घटना के बाद परिवार के सदस्यों की हालत बिगड़ गई है.