जमशेदपुर: टाटा स्टील ने अपने परिचालन और कार्यालय स्थलों पर बहुत धूमधाम और उत्साह के साथ स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया। इस उपलक्ष्य में विभिन्न स्थानों पर ध्वजारोहण किया गया।
टी वी नरेंद्रन, सीईओ एवं प्रबंध निदेशक, ने जमशेदपुर वर्क्स मेन गेट पर तिरंगा फहराया। उन्होंने इस अवसर पर सभी को बधाई दी क्योंकि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है।
नरेंद्रन ने जोर देकर कहा कि भारत की जनसांख्यिकीय प्रासंगिकता बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दुनिया के सबसे युवा बड़े देशों में से एक है और उम्र बढ़ने से पहले कम से कम अगले 2 या 3 दशकों तक युवा बना रहेगा। उन्होंने स्वास्थ्य, नियोजनीयता, कौशल विकास, रोजगार आदि के क्षेत्रों में प्रयासों को जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के मुद्दों और वैश्विक और स्थानीय स्तर पर प्रौद्योगिकी और डिजिटल के प्रभाव पर भी जोर दिया।
टाटा स्टील राष्ट्र निर्माण एवं सामुदायिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है और लगातार विकास, समावेशिता की संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में काम करती है और अपने कर्मचारियों के लिए समान अवसरों का सृजन करती है। इस अवसर पर, टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी टाटा के आत्मनिर्भर भारत के सपने और भारत के पहले लौह एवं इस्पात संयंत्र की स्थापना की दिशा में उनके दृष्टिकोण और प्रयासों को कर्मचारियों द्वारा याद किया गया और सम्मान प्रदर्शित किया गया।
पिछले 75 वर्षों में, टाटा स्टील ने देश के दो-तिहाई फ्लाईओवर और पुलों में योगदान दिया है, जिसमें मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक, असम के बोगीबील ब्रिज (देश का सबसे लंबा रेलमार्ग पुल) और आंध्र प्रदेश का सबसे लंबा फ्लाईओवर कनक दुर्गा जैसे आधुनिक लैंडमार्क शामिल हैं। कंपनी ने प्रमुख बुनियादी संरचना परियोजनाओं पर राष्ट्र के साथ भागीदारी की है – देश के 32 प्रमुख हवाई अड्डे और सभी मेट्रो रेलवे नेटवर्क में हमारे स्टील का उपयोग किया गया है।
जिस तरह देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, कार्यालय भवनों पर राष्ट्रीय झंडे लगाए गए और प्रदर्शित किए गए। इस अवसर पर शहर के विभिन्न चौक – चौराहों को भी आकर्षक रोशनी से सजाया गया।