जमशेदपुर : पोटका थाना क्षेत्र के जुड़ी पंचायत अंतर्गत पावरू मौजा स्थित मां तारा कंस्ट्रक्शन एवं इक्यूपमेंट कंपनी के पोकलेन मशीन में आगलागी का मामला तुल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर पोटका पावरू एवं आसपास के ग्रामीणों ने एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। इसमें माँ तारा कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा भोले-भाले ग्रामीणों को गलत तरीके से झूठे केस में फंसाने के सम्बन्ध में चर्चा हुई। ग्रामीणों का आरोप था कि पावरु पहाड़ पर रखे पोकलेन में ग्रामीणों द्वारा आग नहीं लगाया गया। बल्कि ग्रामीणों को इस मामले में फंसाने की साजिश की जा रहा है। ग्रामीणों ने घोषणा की है कि अगर उन्हें झूठे केस में फंसाया गया तो वे लोग आन्दोलन को बाध्य हो जायेंगे।
पोकलेन आगजनी मामले को लेकर बैठक करते पावरू के ग्रामीण
पावरू गांव में आयोजित की गई ग्रामीणों का कहना था कि माँ तारा कंस्ट्रक्शन द्वारा खुद ही पोकलेन में आग लगा दी गई है। अब ग्रामीणों को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि मां कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक को गांव में बुलाकर साफ़ कर दिया था हर स्थिति में लीज का विरोध किया जाएगा। इसलिए कंपनी अपना पोकलेन वापस ले जाए, परन्तु वाहन नहीं ले जाया गया। तब ग्रामीणों ने जमशेदपुर उपायुक्त सूरज कुमार एवं एसपी को एक लिखित आवेदन देकर गांव के पहाड़ी के पास रखे वाहन को हटाने की मांग की गई थी। लेकिन इसके बावजूद वाहन को नहीं हटाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि वाहन को किसने आग के हवाले किया इसकी जानकारी उन्हें भी नहीं है।
असामाजिक तत्वों ने दिन दहाड़े लगाई थी आग
बताया जा रहा है कि मां तारा कंस्ट्रक्शन कंपनी के पोकलेन मशीन में सोमवार को असामाजिक तत्वों ने आग लगा दी थी। इसआगजनी से पोकलेन पूरी तरह से जलकर राख हो गयी। इस मामले मे कंपनी के मैनेजर की ओर से आठ नामजद समेत 5-7 अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। पुलिस आरोपियों काे पकड़ने के लिए लगातार छापामारी भी की। मां तारा कंस्ट्रक्शन एवं इक्युपमेंट कंपनी ने कंपनी संचालन के लिए प्रशासन से सुरक्षा की मांग की थी।